भारत व चीन एशिया के दो ऐसे बड़े देश है जिनका आपस में करीब 67 साल पुराना राजनयिक संबंध है. परंतु इस लंबे संबंध के बीच दोनों देशों के बीच कभी भी स्ट्रैटजिक डायलॉग नहीं हुआ है. बता दें कि इस संबंध में भारत के विदेश सचिव एस. जयशंकर चीन के दौरे पर हैं. जहाँ उन्होंने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाक़ात भी की है.
चीन की मौजूदा स्थिति में काउंटर टेररिज्म हो सकता है सफल :
- भारत के विदेश सचिव इन दिनों अपने चीन के दौरे पर हैं.
- बता दें कि उन्होंने स्ट्रैटजिक डायलॉग के तहत यहाँ के विदेश मंत्री से मुलाक़ात की है.
- आपको बता दें कि स्ट्रैटजिक डायलॉग एक ऐसा संस्थान है जो सरकार के साथ मिल कर देश-विदेश के बीच सुरक्षा व भूमि आदि मुद्दों को सुलझाता है.
- जयशंकर चीन के विदेश मंत्री से मुलाक़ात के बाद मीडिया से मुखातिब हुए,
- जिसके तहत उन्होंने कहा कि आतंकवाद रोकने के लिए भारत-चीन को साथ होना होगा.
- साथ ही कहा कि चीन एक मज़बूत देश है, इस मौजूदा स्थिति में काउंटर टेररिज्म बड़ी ही आसानी से किया जा सकता है.
- इसके साथ ही उन्होंने चीन-पाक के बीच इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) व आतंकी मसूद अजहर का मुद्दा भी उठाया गया है.
- जयशंकर के अनुसार भारत के लिए सॉवेरनिटी (संप्रभुता) से बढ़कर कोई चीज़ नहीं है.
- आपको बता दें कि CPEC भारत के पाकिस्तान के कब्ज़े वाले वाले कश्मीर(POK) से होकर गुजरेगा.
- जयशंकर भारत में चीन के मामले में एक्सपर्ट माने जाते हैं.
- बता दें कि वे एल लंबे समय तक चीन के लिए राजदूत भी रह चुके हैं.
- गौरतलब है कि भारत व चीन के बीच करीब 67 साल से डिप्लोमेटिक संबंध हैं.
- परंतु इतने सालों में यह पहली बार है जब दोनों देशों के बीच स्ट्रैटजिक डायलॉग हो रहा है.
- आपको बता दें कि चीन व भारत के बीच 1950 की 1 जनवारी से दिप्लोमतिस रिश्ते कायम हैं.
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें
Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.