समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव के इस्तीफे की धमकी के बाद एक बार फिर शुरू हुई कौमा एकता दल के सपा में विलय की चर्चाओं पर विराम लग गया है। कौमी एकता दल के सपा में फिर से विलय की अटकलों पर मुख्तार अंसारी ने मंगलवार को विराम लगा दिया।

  • मानसून सत्र के दौरान आज विधान भवन में कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने मुख्तार अंसारी के साथ बंद कमरे में करीब 45 मिनट तक बात की।
  • इससे पहले मुख्तार अंसारी ने आज ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ भी मुलाकात की थी।
  • बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी ने विधान भवन में मंत्री शिवपाल सिंह यादव से उनके कक्ष में मुलाक़ात की।
  • इस मुलाकात के बाद मुख्तार अंसारी ने कहा वह अपने विधानसभा क्षेत्र में आई बाढ़ की समस्या को लेकर शिवपाल से मिले थे।
  • उन्होंने कहा कि वह कौमी एकता दल के समाजवादी पार्टी में विलय के सख्त खिलाफ हैं।
  • मीडिया से बातचीत में मुख्तार ने कहा कि अब वह किसी भी सूरत में कौमी एकता दल का सपा में विलय नहीं करेंगे।
  • यही नहीं मुख्तार किसी भी दल से गठबंधन के सख्त खिलाफ हैं।
  • हालांकि उन्होने भविष्य में गठबंधन की संभावनाओं से पूरी तरह से इंकार भी नहीं किया है।
  • विलय और गठबंधन पर उन्होंने कहा कि इस संबंध में जो भी पूछना है वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अफजाल अंसारी से पूछें।
  • बरहाल, मुख्तार के इस बयान के बाद कौएद के सपा में विलय की चर्चाओं पर विराम लग गया।

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विलय पर राज-परिवार में मचा था घमासानः

  • बता दें,  विगत 21 जून को सपा मंत्री शिवपाल यादव ने कौमी एकता दल का सपा में विलय कराया था।
  • जिसके बाद यादव परिवार में दो ध्रुव बन गये थे।
  • विलय को लेकर मचे घमासान के बाद आखिरकार सपा प्रमुख को अपने फैसले से पीछे हटना पड़ा था।
  • जिसके बाद सपा ने कौमी एकता दल से विलय रद्द कर दिया गया था।
  • मालूम हो कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस विलय का पुरजोर विरोध किया था।
  •  अखिलेश यादव अपनी इमेज को लेकर चिंतित हैं और कौमी एकता दल से हाथ मिलाने के सख्त खिलाफ हैं।
  • पार्टी के नेताओं का कहना है एक धड़ें को वोटों की चिंता है और दूसरे को इमेज की।
  • विलय रद्द होने के बाद अफजाल अंसारी ने प्रेस कांफ्रेंस कर समाजवादी पार्टी पर धोखा देने का आरोप लगाया था।
  • लेकिन पिछले दिनों बदले सियासी माहौल में एक बार फिर से अटकलों का बाजार गर्म था।

बेहद नाटकीय ढंग से कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में हुआ विलय!

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