राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानि एनसीआर शहरों में शुमार नोएडा व गाजियाबाद के बाद अब जल्द ही प्रदेश की राजधानी लखनऊ की भी सड़कों पर भी ‘बाइक टैक्सी’ फर्राटा भरते हुए दिखायी देंगी। इसके लिये बाइक सरकुलेशन परमिट को मंजूरी दे दी गयी है। जिसका संचालन आगामी 21-22 फरवरी को राजधानी में बड़े पैमाने पर आयोजित होने वाले इन्वेस्टर्स समिट से पहले शुरू करने की उम्मीद परिवहन विभाग के अधिकारी जता रहे हैं।

बाइक टैक्सी का संचालन इंवेस्टर्स समिट से पूर्व कराने के लिए औद्योगिक विकास आयुक्त ने भी परिवहन विभाग को पत्र लिखा था। संभागीय परिवहन प्राधिकरण लखनऊ की शनिवार को हुई अहम बैठक में यह निर्णय लिया गया कि दो पहिया मोटरसाइकिल को मोटर कैब की श्रेणी मानते हुए इसके लिये परमिट जारी किये जायेंगे।

बता दें कि बाइक टैक्सी परमिट के लिये काफी समय से ओला व ऊबेर कैब सेवा देने वाली कंपनियों ने एक प्रस्ताव बनाकर आरटीओ प्रशासन को अवगत कराया था। लखनऊ संभाग के आरटीओ प्रशासन अशोक कुमार सिंह ने जानकारी दी कि राजधानी में संचालित करने के मद्देनजर पहले चरण में 700 बाइक टैक्सी के परमिट को मंजूरी दी गई है।

इसमें से 500 ओला व 200 ऊबेर कंपनी ने संचालन के लिये मांग की है। इसके तहत बाइक टैक्सियों की बॉडी पर दो इंच की पीली पट्टी के साथ मैरून, काला या लाल रंग को छोड़कर कोई भी रंग की बॉडी होगी। बाइक टैक्सी पंजीयन की तिथि से दो साल से अधिक पुरानी नहीं होगी और बाइक टैक्सी का संचालन लखनऊ संभाग के क्षेत्र में होगा।

नंबर प्लेट पीली होगी। इससे सफर करने वाले सवारियों को पहले किलोमीटर के लिए 8.70 रूपये व 500 मीटर व उसके भाग के लिए 4.35 रूपये देना होगा। आरटीओ प्रशासन ने कहा कि आगे आवश्यकता पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई व घटाई भी जा सकती है। उम्मीद है कि फरवरी के प्रथम पखवाड़े से बाइक टैक्सी बुकिंग शुरू कर दी जायेगी।

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