पूरा देश गणतंत्र दिवस की तैयारियों में जुटा हुआ है। 25 जनवरी की आधी रात, यानि 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) का आगाज होने के साथ ही रोडवेज मुसाफिरों को निगम की तरफ से ‘रिपब्लिक डे गिफ्ट’ मिलेगा। दरअसल, यूपी रोडवेज एसी जनरथ के साथ ही वोल्वो व स्कैनिया बसों के किराये में तीन से लेकर 18 प्रतिशत तक की कमी करने जा रहा है।

निगम बोर्ड बैठक में इसकी मंजूरी मिल गयी है और प्रबंध निदेशक की हरी झंडी मिलते ही रोडवेज यात्रियों को सस्ती बस सेवा मिलनी शुरू हो जायेगी। इसके बाद ईटीएम मशीनों में कम हुए नये किराये की फिडिंग की जायेगी। जानकारी के अनुसार वोल्वो व स्कैनिया बसों में 18 प्रतिशत तो एसी जनरथ टूबाईटू सीटर में आठ व टूबाईथ्री सीटर बसों में में साढ़े तीन फीसदी किराये में कमी की गई है। ऐसे में पहले जहां चारबाग से दिल्ली के लिये वोल्वो व स्कैनिया का किराया 1700 के आसपास होता रहा, वो तकरीबन 280 रुपये कम होकर 1425 के आसपास हो जायेगा।

अनुबंधित बस चालक ने नशे की हालत में किया हंगामा

लखीमपुर से सवारियों को लेकर लखनऊ के कैसरबाग बस स्टेशन आ रहे अनुबंधित बस के चालक ने नशे के हालत में खूब हंगामा काटा। महिला बस कंडक्टर ने जब इसका विरोध किया तो ड्राइवर ने अभद्रता करना शुरू कर दिया। जानकारी के तहत अनुबंधित बस रविवार दोपहर लखीमपुर से लखनऊ आ रही थी। बस चालक दुर्गेश ने वहीं पर शराब पी और बस लेकर लखनऊ के लिये रवाना हो गया।

महिला बस कंडक्टर ने इसको लेकर 100 नंबर पर पुलिस को फोन करके भी बुलाया। हंगामे के बाद बस में सवार यात्रियों को दूसरे बस में बैठाकर लखनऊ भेजा गया। जबकि महिला बस कंडक्टर भी दूसरी बस से कैसरबाग बस स्टेशन पहुंची। बस ड्राइवर के खिलाफ स्टेशन इंचार्ज से शिकायत की गयी। आरएम एके सिंह ने कहा कि बस ड्राइवर की इस करतूत की जानकारी अनुबंधित बस मालिक को दे दी गई है। सोमवार को इस बस का अनुबंध रद्द करने कार्रवाई शुरू होगी।

तमाम अनियमितताओं के मद्देनजर रोडवेज अधिकारी निलंबित

टेंडर प्रक्रिया में धांधली, पैसेंजर लोड फैक्टर व डीजल औसत में लगातार गिरावट व संविदा चालकों के भर्ती में धन वसूली सहित कई अन्य गंभीर अनियमितताओं को ध्यान में रखते हुए यूपी रोडवेज एमडी ने वाराणसी रीजन के आरएम पीके तिवारी को निलंबित कर दिया। इन्हें सीजीएम संचालन से संबद्ध कर दिया गया है और एआरएम को चार्ज दिया गया है।

जानकारी के तहत वाराणसी के मंडलायुक्त ने एक पत्र परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक को भेजा था जिसमें वाराणसी आरएम की अनियमितताओं को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। काफी समय से आरएम तिवारी वाराणसी रीजन के आरएम पद पर अपनी तैनाती कायम रखे हुए थे। बता दें कि वाराणसी रीजन इस समय प्रदेश सरकार सहित यूपी रोडवेज के लिये भी इसलिये काफी अहम स्थान रखता है क्योंकि यह पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र है।

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