सुसाइड नोट – “मैं किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं बचा… बच्चों माफ करनामेरे बाद इस नूरी की तीनों बहनों की जिंदगी के बारे में जरूर जानना, कि किसी तरह से यह सब बहनें शादीशुदा जिंदगियों को कैसे फंसाते हैं। इसके घर में मेरे बच्चे पढ़ते हैं। रुपए लेते हैं सब ने रुपए दिए, हमने दिया और तीनों बहनों ने सोना रुपया भी हड़प लिया। हमारी जिंदगी बर्बाद करने में इनकी बड़ी बहन बेबी व सबसे छोटी अजारा है। बेबी के कहने पर ये जबरजस्ती हमारे साथ रहने लगी। 8-12-2017 को मैंने अपने बच्चों से मिलने गया था। एक रात रुका था इसने जबरदस्ती बुला लिया और इसने धोखे से मेरी गाड़ी अपने नाम करवा ली।

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सब जानती थी कि इसके 2 बच्चे हैं और इसके घर पढ़ते हैं। जो दुबग्गा रिंग रोड माधवपुर में रहती है। उसका मोबाइल नंबर भी है। ये बहन के वहां गई थी इसलिए और इसकी बहन ने मिलकर बच्चे का मुंडन कराया। अपने हाथ से उसके बाल बना डाले। यह सब इसको और इसकी बहन ने किया। हम सब अस्पताल में रहते हैं इसने ये सब किया है। इस सबसे तो बहुत बेइज्जत होता हूं और इसके आदमी का नाम अर्जुन है। वह और उसका आदमी कहते हैं इसको बुला लो।

बहुत परेशान हूं मैं जो कागज हैं इसकी बड़ी बहन का अर्जन के पास पहुंचा देती है। सारे कागज उसके पास रखे हैं, मैं एक-एक पैसे का मोहताज हो गया हूं। यह कहती है कि इसकी अस्पताल में काम कर लो। कई कागज इसकी बहन के पास लिखे हैं यह सब जानती है। अस्पताल में किसी से भी पूछना कि किसके घर से आते थे। मैं किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहा। बच्चों माफ करना राजकुमारी माफ करना…”

लखनऊ में डबल मर्डर: पत्नी और दो माह की बेटी की गला रेतकर हत्या, पति ने जहर खाकर दी जान

क्या है पूरा घटनाक्रम

राजधानी लखनऊ में एक बार फिर दिल को दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां मड़ियांव थाना क्षेत्र में एक सनकी आदमी ने पहले अपनी पत्नी और 2 माह की मासूम बच्ची का गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी। उसके बाद खुद भी जहर खाकर जान दे दी। जैसे इस घटना की स्थानीय लोगों ने सूचना पुलिस को दी तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मौके पर SP ट्रांसगोमती, थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद फोरेंसिक एक्सपर्ट टीम, डॉग स्क्वायड, फिंगरप्रिंट दस्ते को भी बुलाया गया। जिन्होंने जांच के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस मामले ने मामले में सनकी पति ने एक सुसाइड नोट भी घर में छोड़ा। जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

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जानकारी के मुताबिक, काकोरी के दुर्गागंज का रहने वाला परशुराम (28) अपने परिवार के साथ 1 साल से मड़ियांव थाना क्षेत्र के विंध्याचल मंदिर के पास बने प्रभाकर हॉस्पिटल में रहता था। उसके परिवार में पत्नी नीलू (25) और बेटी बिट्टू (2 माह) रहते थे। मंगलवार की देर रात करीब 3:00 बजे परशुराम ने सोते समय अपनी पत्नी का सोते समय चाकू से गला रेत दिया। इसके बाद मासूम बेटी की भी चाकू से गला रेतकर सोते समय निर्मम हत्या कर दी।

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घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने जहरीला पदार्थ खा लिया। जब हालत बिगड़ी तो वह कमरे के बाहर भागते हुए आकर बोला बीवी ने मुझे जहर खिला दिया है और वह भी मर गई। हॉस्पिटल वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में उसे हॉस्पिटल में भर्ती किया गया लेकिन वहां उसने भी दम तोड़ दिया।

पुलिस ने कमरे में जाकर देखा तो पत्नी और मासूम के शव खून से लथपथ पड़े थे। इस घटना के बाद इलाके में काफी दहशत का माहौल है जो भी सुन रहा है उसकी रूह कांप जा रही है। पुलिस को घर में मिले सुसाइड नोट के जरिये मृतक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की दोनों बहनों पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है।

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