राजधानी के बख्शी का तालाब थाना क्षेत्र में एक बार फिर पुलिस की लापरवाही के चलते दो पक्षों के बीच में जमकर लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चले। इस घटना में दोनों पक्षों के करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए। गांव वालों की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया है। यहां सभी का उपचार चल रहा है। पुलिस दोनों पक्षों की तरफ से तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आगे कार्रवाई करने में जुटी हुई है। इस संबंध में सौ सैया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. इकबाल जैदी ने बताया कि दो लोगों की हालत बेहद गंभीर है। अन्य घायलों का भी इलाज उनकी निगरानी में किया जा रहा है।

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जानकारी के मुताबिक, बख्शी का तालाब थाना क्षेत्र के मिश्रीपुर धामा मऊ गांव में रहने वाले दो पक्षों के बीच नाद बनाने को लेकर विवाद हो गया। एक पक्ष के लोग ने नाद तोड़ दी। इसमें दूसरे पक्ष के लोगों ने लाठी डंडे और बांके से हमला कर दिया। इस घटना में नाद तोड़ने वाले पक्ष में अशोक, बाबू, बिट्टा, राजकुमार, रामकुमार, पवन, गोविंद आदि लोग घायल हो गए। जबकि जिनकी नाद थी उनमें रामजीवन, आशु, रोहित, सरला, ममता आदि लोग घायल हो गए। घटना के बाद पहुंची पुलिस ने सभी को 100 सैया अस्पताल में भर्ती कराया । जहां सभी का उपचार चल रहा है।

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ग्रामीणों का आरोप है कि संबंध में अशोक पक्ष के लोगों ने पुलिस को एक दिन पहले ही तहरीर देकर घटना के बारे में बताया था। लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई करना तो दूर मौके पर झांकने तक नहीं गई। इसके चलते मंगलवार सुबह ही दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए और आपस में भिड़ंत हो गई। जिसमें 1 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। बता दें कि सोमवार को ही बख्शी का तालाब थाने में थानाध्यक्ष तेज प्रताप सिंह ने क्षेत्र के सभी ग्राम प्रधानों को अपराध नियंत्रण के लिए एक बैठक कर कई दिशा निर्देश दिए थे। लेकिन यह सब हवा हवाई साबित हुआ। हालांकि घटना से गांव में दहशत का माहौल है।

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