योगी सरकार आज दोपहर विधानसभा में अपना दूसरा बजट पेश करने वाली है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह अब तक का सबसे बड़ा बजट हो सकता है। वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने पिछला बजट 3.84 लाख करोड़ रुपए का पेश किया था। वित्त वर्ष 2018-19 के लिए योगी सरकार तकरीबन सवा चार लाख करोड़ रुपये का बजट पेश करने की संभावना है। 2019 में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार पर खासा दबाव भी है।

कहा जा रहा है कि अपने दूसरे बजट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसान और युवाओं को लुभाने की कोशिश करेंगे। वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने गुरुवार को अपने बजट भाषण को अंतिम रूप दिया। सरकार की कोशिश खर्च कम करने और आय के श्रोत को बढ़ाने की होगी इसके अलावा किसानों की आय दोगुनी करने, युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर होगा।
कहा जा रहा है कि योगी सरकार के बजट में केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को खास तवज्जो मिल सकती है।

 

लोकसभा चुनाव 2019 का बजट में दिखेगा असर

देश में अगले वर्ष लोकसभा का चुनाव होना है जिसके दृष्टिकोण से उत्तर प्रदेश सरकार बजट पेश करेगी। प्रदेश कुल 80 सीटें लोकसभा क्षेत्र की हैं। इसलिए बजट में जनकल्याणकारी योजनाओं पर फोकस होगा क्योंकि लोकसभा चुनावों की दृष्टि से यह आखिरी बजट है। लिहाजा जनता को लुभाने और विकास योजनाओं को जमीन तक पहुंचाने का योगी सरकार पर बड़ा दबाव है।

 

बजट के पहले बुलाई गई मीटिंग

उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि बजट पेश होने के ठीक पहले कैबिनेट मीटिंग बुलाई गई है। कैबिनेट की मीटिंग सुबह 10 बजे होगी। दरअसल सरकार की मंशा ये है कि बजट के आखिरी क्षण भी अगर किसी संशोधन की जरुरत पड़े तो उसे किया जा सके। योगी सरकार द्वारा पेश किए जा रहे इस बजट में किसानों के हित का भी ध्यान रखा जाएगा। यह बजट पूरे तरीके से किसानों को समर्पित किया जाने वाला है लेकिन लोकसभा चुनावों का भी बजट पर असर दिखेगा। सरकार पर लोकसभा चुनाव को लेकर बहुत ही दबाव है।

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