केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद खाली हुई फूलपुर सीट पर उपचुनाव हो रहा है. इस उपचुनाव में राजनीतिक दलों ने अपना कैम्पेन तेज कर दिया है. बीजेपी ने भी अपना प्रत्याशी मैदान में उतार दिया है लेकिन इस सीट से बाहुबली अतीक अहमद के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद मुकाबला रोचक होने की उम्मीद जताई जा रही है.

अतीक के बड़े बेटे उमर अहमद ने संभाली चुनाव प्रचार की बागडोर

बाहुबली अतीक अहमद के बड़े बेटे उमर अहमद ने पिता के चुनाव की बागडोर संभाल ली है. फूलपुर उपचुनाव में अतीक अहमद निर्दल प्रत्याशी हैं. कई मुकदमें की वजह से देवरिया जेल में बन्द अतीक अहमद के लिए प्रचार करने और चुनाव की सारी रणनीति अब उनके बड़े बेटे उमर के कन्धों पर है. कल से फूलपुर लोकसभा क्षेत्र में उमर अहमद जनसम्पर्क अभियान शुरू करने जा रहे हैं. उमर जनता के बीच जाकर पिता को जिताने की अपील करेंगें.   जानकारी के लिये बता दें की अतीक अहमद इससे पहले 2004 में फूलपुर संसदीय सीट से सपा के टिकट पर सांसद चुने गये थे.

बीजेपी के लिए साख का है सवाल

वहीँ अतीक के मैदान में आने से सपा के नेताओं में भी एक प्रकार का असंतोष देखने को मिला है. उन्हें उम्मीद नहीं थी कि कभी सपा के टिकट से सांसद बने अतीक अब इस मुकाबले में उतरकर सपा का खेल बिगाड़ने का काम करेंगे. दूसरी तरफ, बीजेपी भी कौशलेन्द्र सिंह को मैदान में उतार चुकी है और बीजेपी अपनी जीत के दावे करती दिखाई दे रही है. बीजेपी फूलपुर उपचुनाव को गंभीरता से ले रही है तो वहीँ इस सीट से केशव प्रसाद मौर्य की साख भी जुड़ी है.

कौशलेन्द्र सिंह हैं बीजेपी के प्रत्याशी 

भाजपा ने लोकसभा उपचुनाव के लिए फूलपुर सीट से कौशलेन्द्र सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है. बीएचयू से एम. काम की पढ़ाई करने वाले कौशलेन्द्र को संघ का आर्शीवाद प्राप्त है. इससे पहले कौशलेन्द्र भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर वाराणसी के मेयर भी रह चुके है. मेयर बनने के बाद इन्होंने अवैध बुचड़खाने बंद करवा दिया था, जिसके बाद ये संघ की नजर में आ गए थे. कौशलेन्द्र सिंह ने कल अपना नामांकन दाखिल किया था.

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