लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) में एक और भ्रष्टाचार का मामला प्रकाश में आया है। खबरों के अनुसार, जांच में फंसने के डर से एलडीए के अधिकारियों ने जनेश्वर मिश्र पार्क की फाइलें गायब कर दी। फाइलें गायब होने से जांच रुकी हुई है। फाइलें गायब होने की घटना से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

इन अधिकारियों पर फाइलें गायब करने का शक

एलडीए वीसी पीएन सिंह बड़े घोटालेबाजों से घबराए हुए हैं और बाबुओं पर कार्रवाई कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। जांच कर रही ग्राम्य विकास विभाग की टीएसी की टीम ने 3 इंजीनियरों को इस संबंध में नोटिस भेजा है। जनेश्वर मिश्र पार्क को बनाने में लगे 400 करोड़ रुपयों में अधिकारियों ने खूब बंदरबांट किया। इस रुपये से अफसरों ने खूब अपनी जेबें भरीं। जनेश्वर मिश्रा पार्क की फाइलें गायब करने का शक मेरठ में तैनात अधिशाषी अभियन्ता एके सिंह, इलाहाबाद में तैनात रोहित खन्ना, गोरखपुर में तैनात जेई अजय कुमार है। जांच टीम ने रोहित खन्ना, एके सिंह, अजय कुमार से ब्यौरा तलब किया है।

एलडीए ने 500 करोड़ से ज्यादा के भ्रष्टाचार की फाइलें कर दी थीं खाक

बता दें कि 14 अक्टूबर 2017 को एलडीए की नई बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर लगी आग से कई फाइलें जलकर खाक हो गईं थी। इस फ्लोर पर समायोजन और प्रॉपर्टी से भ्रष्टाचार से जुड़ी तमाम फाइलें रखी थीं। समायोजन घोटाले के लगभग 500 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार की जांच चल रही थी।

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