सीएम योगी के सपने को साकार करने मेट्रो मैन गोरखपुर पहुँच चुके है. सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट को मेट्रो मैंन के ग्रीन सिगनल का इन्तजार था, जो अब साकार होता नजर आ रहा है. गोरखपुर में मेट्रो मुख्यमंत्री योगी का ड्रीम प्रोजक्ट है और उनका सपना भी, आज गोरखपुर मेट्रो मैंन कहे जाने वाले ई. श्रीधरन और लखनऊ मेट्रो के एमडी कुमार केशव गोरखपुर पहुँच गये. ये लोग सभी रुटो के कोरिडोर का निरिक्षण करके उस पर अपनी फाइनल मोहर लगायेंगे.

यूपी में सबसे ज्यादा शहरों में दौड़ेंगी मेट्रो:

गोरखपुर पहुंच कर मेट्रो मैंन ने आज देवरिया रोड से मंत्री के रूट और उनके बीच आने वाले परेशानियों को देखा और उस पर अपनी सहमति जताई. मेट्रोमैन की जाँच के बाद आने वाले कुछ वर्षों में गोरखपुर शहर में भी मेट्रो सरपट दौड़ेगी.
चूँकि इसे सीएम योगी का सपना भी कह सकते है.  अगर ये सपना सच हुआ तो यह यूपी के लिए गौरव की बात होगी कि देश के किसी भी राज्य की तुलना में यूपी के सबसे ज्यादा शहरों में मेट्रो दौडेगी.
नोएडा, गौतम बुद्ध नगर ,गाजियाबाद और लखनऊ में मेट्रो के पहिये चल पड़े हैं, तो कानपुर, गोरखपुर, बनारस और आगरा को अगली कड़ी में तेजी से जोड़ने की कवायद सरकार की तरफ से तेज कर दी गई है.
इसके निर्माण की जिम्मेदारी मेट्रो मैन के नाम से विख्यात ई श्रीधरन को सौंपी गई है. फिलहाल आज मेट्रो मैन ई श्रीधरन गोरखपुर में मेट्रो की संभावना और भविष्य को लेकर बैठक लेने पहुंचे हैं. यह सपना हकीकत में तभी नजर आएगा जब इसके डीपीआर को मंजूरी मिलने के साथ मेट्रो के पिलर भी बनाए जाना शुरू हो जाय.

योगी आदित्यनाथ के सीएम बनते ही गोरखपुर मेट्रो की कवायद तेज: 

बता दें कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनते ही गोरखपुर में मेट्रो की पहल इसलिए तेज हुई, क्योंकि गोरखपुर के ही योगी आदित्यनाथ ने सीएम की कुर्सी पर बैठते ही इसके बनाये जाने का ऐलान किया गया था.
नई सरकार ने गोरखपुर के लिए मेट्रो की पहल करते हुए इससे सम्बंधित रिपोर्ट तैयार करानी भी शुरू कर दी गई, लखनऊ में मेट्रो के आलाधिकारियों की अगुवाई में एक टीम गोरखपुर में सर्वे किया.
सात महीने से विशेषज्ञ डीपीआर (परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट) तैयार कर रहे हैं, इसके साथ ही सबसे बड़ी रिपोर्ट CMP( कॉमन मोबिलिटी प्लान) की है, जो मेट्रो के बनाये जाने और इसके भविष्य को लेकर बनाई जाती है।
इसे तैयार करके सर्वे कंपनी यूपी सरकार को देगी और योगी सरकार भारत सरकार को. सबकुछ ठीक रहने पर भारत सरकार की अनुमति मिलने पर ही मेट्रो तैयार हो पाएगी.
मेट्रो मैन ई श्रीधरन को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है, तो कुछ बढ़िया रिजल्ट की उम्मीद की जा रही है.
लखनऊ मेट्रो के एमडी ने कहा, “गोरखपुर में मेट्रो को लेकर हम लोगो ने सभी रिपोर्ट श्रीधरन जो को दिखा दी है, लेकिन उसे फाइनल करने से पहले हम लोगो ने एक बार सोचा की सर को दिखा दिया जाये, उसके बाद तब सर का जो सजेशन के बाद हम उसको फालो करेंगे, और सर के सिग्नल मिलते ही, फिर उस रिपोर्ट को आगे पेश करेंगे.”

प्रस्तावित रूट का नक्शा तैयार:

सूत्रों की माने तो सीएम आदित्यनाथ ने जल्द से जल्द परियोजना रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया है। इस परियोजना रिपोर्ट की जिम्मेदारी भारतीय रेलवे के लिए काम करने वाली संस्था राइट्स व मेट्रो के अधिकारियों को है।
मेट्रो के एमडी कुमार केशव, राइट्स के पियूष कंसल अपने सहयोगियों के साथ क्षेत्र का भ्रमण भी स्थानीय अधिकारियों के साथ कर चुके हैं। करीब 30 किलोमीटर में दो रूटों पर मेट्रो चलाये जाने का प्रस्ताव है, और प्रस्तावित रुट का एक नक्शा भी तैयार कर लिया गया है।
पहला रुट सूबा बाजार से श्याम नगर का है जो करीब 18.5 किलोमीटर का है तो दूसरा गुलरिहा से ट्रांसपोर्ट नगर का जो करीब 11.5 किलोमीटर का है।
इसी रुट पर पूरी एक्सरसाइज हो रही है, और श्रीधरन भी इन्ही रूटों में से किसी एक का मौके पर निरीक्षण भी करेंगे।

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