डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा विधान भवन में अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यूपी बोर्ड के परिणाम आने पर छात्र-छात्राओं को बधाई दी। कहा कि शिक्षा की पारदर्शिता के लिये योगी सरकार ने काम किया। नकल के व्यवसाय को खत्म किया। परीक्षा केंद्रों को बनाने के लिये मानक बनाये। किसी छात्र के खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गई। मुख्यमंत्री को सबसे पहले बधाई देना चाहूंगा। अधिकारियों ने भी दिन रात काम किया। जहां 2-2 महीने परीक्षा होती थी, वहीं 1 महीने के अंदर खत्म हुई थी। 1-2 पेपर ऑप्शनल थें वो होली के बाद हुए।

शिक्षा में आई पारदर्शिताः दिनेश शर्मा

योगी सरकार का शिक्षा में स्वच्छता और पारदर्शिता का अभियान था, उसमें हम कामयाब हुए।

1 दिन भी हम लोग आगे पीछे नहीं हुए जब हमने जल्दी पेपर कराए जाने की बात कज थी। तब हमारा उपहास उड़ाया जाता था।

कई महापुरुर्षों के नाम पर छुट्टियां होती थीं। हमारा पढ़ाई का समय काफी कम मिलता था।

पिछले सत्र की कमी अगले सत्र में न हो इसके लिए आगे बढ़े।

स्टेटिक मजिस्ट्रेट और अलग से इंचार्ज परीक्षा में नियुक्त किए।

विद्यार्थी बदनाम होते थे। नकल एक व्यवसाय बन गया था।

यूपी में हमने ऑनलाइन सिस्टम शुरू किया। जीपीएस से देखा गया कौन सा केंद्र कितनी दूर रहेगा।

खुले में परीक्षा नहीं होगी ये संकल्प लिया।

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कोई भी विधिक कार्रवाई करने की नौबत नहीं आई।

नकल गैंग को हरदोई, जौनपुर में पकड़ा गया।

पुलिसिया कार्रवाई नहीं होना निश्चित किया, एक भी परिक्षार्थी को जेल नहीं हुई।

जो किसी कारण से वांछित अंक नहीं पा सके उनके लिए भी हम अतिरिक्त व्यवस्था करेंगे।

सऊदी अरब से लेकर आस पास के देशों प्रदेशों से व्यक्ति दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते थें।

प्रिंटिंग प्रेस से कॉपी छापने वालों को अरेस्ट किया गया।

अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में 42 के करीब स्कूल संचालित होंगे।

कुछ जगहों पर हम इंटरनेट,स्मार्टकलासेस ,वर्चुअल क्लासेस की व्यवस्था हम करेंगे।

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सभी छात्रों को बधाई।

उन बच्चों पर गर्व है जिन्होंने परीक्षा दी और अच्छे अंक प्राप्त किये।

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सबसे बड़ा बोर्ड है।

संस्थागत हाईस्कूल के 75 प्रतिशत बच्चे पास हुए।

इंटरमीडिएट में संस्थागत के 72 प्रतिशत बच्चे पास हुए।

अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में 42 के करीब स्कूल संचालित होंगे।

6 लाख 27 हजार 505 बच्चे परीक्षा में बैठे ही नहीँ।

75.16 प्रतिशत हाईस्कूल का है। पास होने वाले परीक्षार्थियों का ये एक अच्छा प्रतिशत है।

जहां टीचर की कमीं है उन्हें पूरा करेंगे।

जल्द से जल्द सम्पूर्ण भर्तियां कर लेंगे।

इंटरमीडिएट के 72.43 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं।

कई अनुपस्थित बच्चों ने 3-4 बच्चों से पेपर भरा था।

कुछ ने तो नौकरी में अपनी उम्र कम करवाने के लिए फॉर्म भरा था।

इसे मैं महाभियान मानता हूँ।

अगले सत्र की परीक्षा 15 दिन के करीब ही सम्पादित करवाई जाएंगी।

टॉप करने वाले छात्र छात्राओं से डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने की फोन पर बात।

फोन कर डिप्टी सीएम ने दी बधाई।

सुझाव भी मांगे टॉपर्स से।

टॉपर्स को सम्मानित किया जाएगा।

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