हाल ही में झांसी के जालौन क्षेत्र से एक प्रेरक कहानी सामने आई है। 8 साल की दिव्या को पढ़ने की ऐसी लगन है जिसके चलते वह हर रोज़ रेलवे स्टेशन पर आकर अपनी पढ़ाई पूरी करती है।

घर है उजाले से महरूम :

  • आपको बता दें कि यह बच्ची दिव्या झांसी के जालौन जिले में उरई की रहने वाली है।
  • एक बहुत ही गरीब घर से ताल्लुख रखने वाली दिव्या की माँ ट्रेनों में भीख मांगती है।
  • इसके अलावा दिव्या के पिता मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पालते हैं।
  • यह परिवार इतना गरीब है कि अपनी झोंपड़ी में बिजली का कनेक्शन भी नहीं करवा सकता।
  • हालांकि दिव्या की लगन को देखकर उसके माता-पिता ने उसे सरकारी स्कूल में दाखिला दिलवाया है।
  • आपको बता दें कि दिव्या प्राइमरी स्कूल में कक्षा 2 की छात्रा है।
  • किताबें व यूनिफार्म तो उसे स्कूल द्वारा प्राप्त हो गयी थीं।
  • परंतु झोपड़ी में लाइट नहीं आने के कारण वह पढ़ नहीं पाती थी।
  • इस परेशानी का निवारण करते हुए दिव्या हर रोज़ रेलवे स्टेशन आकर अपनी पढ़ाई करती है।
  • दिव्या को पढ़ाई की ऐसी लगन है की रेलवे स्टेशन पर हो रहे शोर का उस पर कोई असर नहीं होता।
  • दिव्या की माँ बताती हैं कि दिव्या एक अफसर बनना चाहती है।

सीएम अखिलेश ने बढ़ाया मदद का हाथ :

  • दिव्या के जज़्बे को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने परिवार की मदद करने का निश्चय किया है।
  • सीएम अखिलेश ने रवि‍वार को दिव्या के परिवार को एक आवास देने की घोषणा की है।
  • इसके साथ ही परिवार के भरण-पोषण के लिए पेंशन देने के निर्देश भी दिए हैं।
  • बता दें कि  डीएम संदीप कौर ने भी दिव्या और उसकी मां को आवास और पेंशन दिए जाने की घोषणा की।
  • इस घोषणा के बाद उन्होंने इससे जुड़े कागजात भी दिव्या की माँ को सौपें दिए  हैं।
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