पूरे देश में ईद का पर्व हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर राजधानी लखनऊ के सबसे बड़े ऐशबाग ईदगाह में लगभग 3 लाख से ज्यादा नमाजियों ने ईद की नमाज अदा की। इस मौके पर सभी धर्मों के धर्मगुरु भी मौजूद रहे। ऐशबाग ईदगाह में पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, राज्यपाल राम नाईक, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, रीता बहुगुणा जोशी के साथ मनकामेश्वर की महंत दिव्या गिरी भी मौजूद रहीं। सब लोगों ने ईद की बधाई देते हुए देश में सुख और शांति की कामना की।
वहीं योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री मोहसिन रजा ने सभी मंत्रियों और पुलिस अधिकारियों को ईद के मौके पर अपने आवास पर आमंत्रित किया। ईद की मुबारकबाद देने यूपी डीजीपी ओपी सिंह, एसएसपी लखनऊ दीपक कुमार पुलिस अधिकारियों के साथ मंत्री के सरकारी आवास पर पहुंचे। मोहसिन रजा ने डीजीपी को पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया। वहीं डीजीपी ने मंत्री के गले लगकर ईद की बधाई दी। कैबिनेट मंत्री के घर ईद की नमाज के बाद से ही नेता और अधिकारियों का तांता लगा हुआ था। सभी एक दूसरे के गले लगकर सुख शांति की कामना कर रहे थे।
ईद दुनिया भर के मुसलमानों के लिए खुशी का दिन है। इस्लाम में दो ही खुशी के दिन हैं, ईद-उल फित्र और ईद उल जुहा। रमजान में पूरे महीने रोजे रखने के बाद ईद-उल फित्र मनाई जाती है। ईद अल्लाह से इनाम लेने का दिन है। रमजान-उल मुबारक माह के बाद ईद-उल-फित्र के इस मुबारक दिन सुबह के वक्त शहर भर का लोग ईदगाह में जमाकर होकर ईद की नमाज अदा करते हैं। नमाज के पहले हर मुसलमान के लिए फितरा देना फर्ज है।
फितरे के तहत प्रति इंसान पौने दो किलो अनाज या उसकी कीमत गरीबों को दी जाती है। इसका मकसद यह है कि गरीब भी ईद की खुशी मना सकें। ईद की नमाज के बाद इमाम खुत्बा देते हैं और दुआ फरमाते हैं। इसके बाद सभी ईमान वाले एक-दूसरे के गले लगकर ईद की मुबारकबाद देते हैं। ईद की सब से ज्यादा खुशी बच्चों को होती है। इस दिन बच्चों के चेहरे की रौनक देखते ही बनती है।