पासपोर्ट प्रकरण में अगवा हुए प्रत्यक्षदर्शी को लखनऊ स्थित जानकीपुरम थाना क्षेत्र की पुलिस टीम लखीमपुर के थाना मैलानी पुलिस चौकी संसारपुर से लेकर रवाना हो चुकी है. इस दौरान वहां से uttarpradesh.org  की टीम से सम्पर्क करते हुए प्रत्यक्षदर्शी ने उनके अपहरण का पूरा मामला बताया.

लखनऊ पासपोर्ट ऑफिस में हिन्दू-मुस्लिम दंपति के पासपोर्ट विवाद में uttarpradesh.org की पहल से सामने आये प्रत्यक्षदर्शी को अगवा कर लिया गया था. जिसके बाद किसी तरह अपहरणकर्ताओं से बच कर प्रत्यक्षदर्शी भागने में सफल हो गया और लखीमपुर के थाना मैलानी पुलिस चौकी संसारपुर में है.

स्कोपियों सवार 3 बदमाशों ने तमंचे के बल पर किया अपहरण:

-पासपोर्ट प्रकरण में विकास मिश्रा का पक्ष रखने वाले और तन्वी सेठ के आरोपों की सच्चाई बताने वाले प्रत्यक्षदर्शी ने हमारी टीम से फ़ोन पर हुई बातचीत में बताया कि 3 लोगों ने उनका पीठ में तमंचा लगा कर अपहरण किया था. वे स्कोपियों से प्रत्यक्षदर्शी को नेपाल ले जा रहे थे.

-उन्हें लखनऊ से लगभग 2013-14 मॉडल की पुरानी स्कार्पियों से अगवा किया गया.

-प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि स्कार्पियों सवार तीन लोगों ने मेरी कमर पर तमंचा लगाया और बोला कि गाड़ी में बैठ जा वरना गोली मार दूंगा उसके बाद मैं गाड़ी में बैठ गया.

-उसके बाद उन्होंने मुझे कुछ सुंघा दिया जिसके बाद मुझे होश नहीं रहा. जब मुझे होश आया तब मैं मैलानी के आसपास था.

तन्वी सेठ पासपोर्ट प्रकरण में प्रत्यक्षदर्शी का हुआ अपहरण

लखीमपुर से भागने में हुए सफल:

-प्रत्यक्षदर्शी ने अपहरण कर्ताओं के चंगुल से छूटने के बारे में बताते हुए कहा कि लखीमपुर के आगे उसके बाद किसी होटल पर अपहरणकर्ता खाने-पीने के लिए रुके. 3 अपहरण कर्ताओं में से 1 मेरे साथ रुका और बाकी दो लोग खाना खाने चले गये.

-एक मेरे दाहिनी तरफ बैठा था जो नजर रखे हुए था मुझ पर फिर वह बाथरूम करने के लिए उतरा और मुझसे बोला कि अगर भागोगे तो गोली मार देंगे इसलिए चुपचाप बैठे रहो गाड़ी में.

-लेकिन थोड़ी दूरी पर देखा कि वह थोड़ा दूर चला गया है तो मैंने दूसरी तरफ का दरवाजा खोला और सामने से आ रही है प्राइवेट बस को रोककर उसमें बैठ गया

उन्होंने बताया इसके बाद वे अगले ही कस्बे में उतर गये, वहां उन्होंने एक मेडिकल स्टोर पर पहुंचकर स्टोर वाले को पूरी बात बताई.

मुस्लिम-हिंदू दंपति के पासपोर्ट विवाद की सच्चाई

मेडिकल स्टोर पर ली मदद:

प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मेडिकल स्टोर वाले को मैंने बताया कि मुझे कुछ सुंघा दिया गया है तो मुझे कोई दवा दे दो तो उसने मुझे दवा दी और पास की पुलिस चौकी तक पहुंचाया, जहां पर एक हवलदार था.

उन्होंने बताया कि हवलदार को पूरी घटना बताई तो हवलदार बन्दुक लेकर सुरक्षा के लिए सामने आ गया.

हवलदार ने कहा अगर कोई पीछे से आ रहा होगा तो तुम्हारी रक्षा कर सकूंगा.

उसके बाद हवलदार ने अधिकारियों को सूचित किया. जिसके बाद अधिकारियों ने इस मामले को संज्ञान लिया

पासपोर्ट प्रकरण: अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूट संसारपुर चौकी पहुंचा प्रत्यक्षदर्शी

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