बीते दिन कुख्यात अपराधी मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या कर दी गयी थी. लेकिन उसकी हत्या को लेकर अभी कई बाते स्पष्ट नहीं हैं. जिसमे सबसे बड़ा सवाल तो यहीं उठता है कि जिस पिस्तौल से उसकी हत्या हुई वो जेल में पहुंची कैसे और कब पहुंची? इसके अलावा भी कई अनसुलझे सवाल हैं जिनके जवाब से मुन्ना बजरंगी की हत्या का रहस्य बहुत कुछ साफ़ कर सकता हैं. 

कैसे पहुंची पिस्तौल जेल के अंदर:

जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या को लेकर कई अनसुलझे सवाल है. इनमे सबसे पहला और बड़ा सवाल है कि आखिर जेल में पिस्तौल कब और कैसे पहुंची?

इसके बाद सवाल उठता है कि वारदात में क्या अकेला सुनील राठी शामिल था या उसके गैंग के सदस्यों की भी कोई भूमिका है?

बता दें कि इस मामले में हत्यारे सुनील राठी ने बताया कि पिस्तौल मुन्ना बजरंगी की थी. लेकिन उसका ये जवाब नाकाफी तो है ही. कई और सवाल खड़े करता है. जैसे अगर पिस्तौल मुन्ना बजरंगी की ही थी तो फिर राठी ने उसे गटर में क्यों फेंक दिया?

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वहीँ मुन्ना की हत्या के साथ पुलिस जेल प्रशासन और वहां की सुरक्षा व कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठते हैं. क्योंकि जिला जेल में एंट्री से पहले हर सामान की जांच होती है. हर व्यक्ति को जांच के बाद ही जेल में जाने दिया जाता है.

पिछले महीने ही हुआ था जेल का निरीक्षण:

हर आने जाने वाले का हिसाब रखा जाता है. बावजूद इसके जेल में पिस्तौल का होना जेल प्रशासन की चूक या कहे तो लापरवाही को स्पष्ट करता हैं.

बता दें कि पिछले महीने ही अधिकारियों ने जेल का निरीक्षण किया था. उस समय जेल में सब सही मिला था और किसी तरह की आपत्तिजनक चीज नहीं मिली थी.

इसी से ये सवाल बनता हैं कि पिस्तौल जिला जेल में कैसे पहुंची. वहीं जब अधिकारियों ने पूछताछ की तो सुनील राठी ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि पिस्तौल मुन्ना बजरंगी लेकर ही पहुंचा।

ऐसे में सवाल यह है यदि बजरंगी भी पिस्तौल लेकर पहुंचा तो जेल में एंट्री से पहले चेकिंग क्यों नहीं की गई. इस पूरे मामले में एसपी जयप्रकाश ने कहा कि हर बिंदु पर जांच चल रही है.

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सुनील राठी का बयान:

इस प्रकरण के हत्या के आरोपी सुनील राठी ने कहा कि, बजरंगी ही पिस्तौल लेकर आया था और मेरे ऊपर हमला करने की फिराक में था। मैंने उसी का पिस्तौल छीनकर अपने बचाव में गोली चलाई.

वहीं एसपी बागपत जयप्रकाश ने बताया कि राठी ने ही गोली चलाई  है. वह अपने बचाव में क्या बयान दे रहा है. इसकी तफ्तीश की जा रही है। जेलर यूपी सिंह की ओर से सुनील राठी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

इसके अलावा मृत मुन्ना बजरंगी के भाई सत्यजीत ने कहा कि राठी गलत बयान दे रहा है. मुन्ना बजरंगी के पास कोई पिस्तौल नहीं थी. पुलिस और जेल प्रशासन कहानी को घुमाने का प्रयास कर रहा है.

अब सवाल ये उठता हैं कि आखिर पिस्तौल किसकी थी और कैसे जेल के अंदर लाई गयी.

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