बिहार के मुजफ्फ़रपुर की तरह देवरिया के नारी संरक्षण केंद्र में देह व्यापार और मानव तस्करी का खुलासा होने के बाद यूपी की सियासत में भूचाल सा आ गया है. मामले का खुलासा होने के बाद राजनेताओं के बयानों का सिलसिला शुरू  चुका है. अभी कुछ ही समय पहले भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ल का बयान आया जिसमें उन्होंने पिछली सरकार  पर आरोप लगा दिया की उन्ही की शह में ये ही ये अपराधी फले फूले. 

कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी का बयान:

अब कैबनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी का भी बयान जारी हो चुका है. कैबिनेट मंत्री का कहना है की, “देवरिया की घटना बहुत गंभीर है. योगी सरकार में त्वरित कार्रवाई हुई. देवरिया के डीएम को तत्काल प्रभाव से हटाया गया है. इनके साथ ही पूर्व डीपीओ अभिषेक पांडेय भी सस्पेंड”

उन्होंने बताया की डीएम के पास बालिका गृह के आंकड़े नहीं थे. और उसने  सीएम के निर्देश के बाद भी निरीक्षण नहीं किया था.

जिले के सभी डीएम को निर्देश दिया गया है, की वे 12 घंटे में बालिका गृहों की जांच करके रिपोर्ट दें.

जोशी ने बताया की डीएम से लगातार शिकायतें हो रही थी, पर डीएम ने ठोस कार्रवाई नहीं की. और दो अफसरों,  रेणुका कुमार और एडीजी अंजू, की टीम को चॉपर से तत्काल देवरिया रवाना किया गया है.

भाजपा नेता ने कहा की वे खुद जा कर एक एक बच्ची से बात करेंगी. और अनूप सिंह और नीरज कुमार, जिनके पास डीपीओ के अतिरिक्त प्रभार थे, उनकी भी जांच . 
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