मंत्री रीता बहुगुणा जोशी आज देवरिया मामले पर प्रेस वार्ता कर रही हैं. बता दें की मामला संज्ञान में आने के बाद मामले की तत्काल जाँच के आदेश दिए गये थे. जिसकी रिपोर्ट आज सीएम योगी को दी जाएगी. इसी के आधार पर समाने आये तथ्यों पर बाल विकास मंत्री चर्चा ने चर्चा करते हुए कहा संरक्षण गृह की जांच अपर मुख्य सचिव बाल विकास रेणुका कुमार और गुप्ता ने की है. संरक्षण गृह में कुछ ठीक नहीं चल रहा था

देवरिया बालिका गृह कांड पर जांच के बाद मंत्री का बयान:

जांच रिपोर्ट के आधार पर मंत्री रीता बहुगुणा ने कहा कि देवरिया में हुए मामले को राजनीतिक तूल दिया जा रहा है.

इस मामले में गहरी जांच के बाद न्याय दिलाने के काम करेंगे

जो बाल गृह चलते थे, उनके हिसाब से 42 बच्चे थे मगर उनके पास लिखा पढ़ी में कुछ नही था।

48 घंटों में 24 बच्चों को ढूँढ निकालेंगे:

वहाँ पर सिर्फ 23 बच्चे मिले बाकी के बच्चों की खोज 24 से 48 घंटे में ढूंढ निकालेंगे.

कल टीम ने सभी से बात की है। उनके पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। 23 बच्चो के अलावा और सब कहा है.

कितने बच्चे, कैसे भेजे गए, किस हालात में भेजे गए, उस बाल गृह में इसकी भी जांच हो रही है.

मौके पर दोनों अफसरों ने निरीक्षण किया.

रजिस्टर में अधूरी जानकारी मिली.

देवरिया: सभी लड़कियों का कराया गया मेडिकल, आज सीएम को सौंपी जायेगी रिपोर्ट

प्रशासन मुख्यमंत्री के आदेशानुसार सभी शेल्टर होम्स की जांच कर रहा है.

जांच रिपोर्ट शाम तक मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी.

देवरिया वाले शेल्टर होम को मान्यता 2010 में मिली.

कल से मैं देख रही हूँ कि इस मुद्दे का सभी राजनीतिकरण कर रहे है और वो बोल रहे है, जिन्होंने ऐसे संस्थाओं को स्थापित किया गया।

सपा-बसपा को बताया जिम्मेदार:

मान्यता के खत्म होने के बाद भी पुलिस द्वारा बच्चे क्यो और कैसे भेजे गए, इनकी भी जांच की जा रही है ।

ज़िला बाल अधिकारी के सभी रिकॉर्ड को भी चेक कर रहे है ।

जो भी दोषी होगा उसे छोड़ा नही जाएगा ।

ये बाल गृह जिस पर जाच चल रही है, उनको सपा और बसपा सरकार पालन पोषण कर रही थी ।

देवरिया केस में 15 नोटिस दी गई, निर्देशालय से 5 पत्र दिए गए थे ।

दबंग परिवार ने दबंगई की है ।

150 से ज्यादा लोगों ने हमें अप्रोच किया है वृद्धा आश्रम, बाल ग्रह के लिए टेंडर डाल रहे हैं लेकिन मैंने अभी तक 5 लोगों को भी काम नहीं दिया है.

हमारे काम मे हमारे प्रयास में कोई कमी नहीं है.

हम अब सभी बाल गृहों पर निगरानी कर रहे हैं, सभी जगह जांच और छापेमारी चल रही है.

माना कि अगर हम पहले से एक्टिव होते तो ज्यादा सही रहता.

सभी बच्चियों का मेडिकल और बयान हो चुका है, उसके बाद जो रिपोर्ट आएगी वो शाम को मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी.

6 बजे मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपी जाएगी, जिसके बाद मुख्यमंत्री के आदेशानुसार आगे क्या एक्शन लिया जाएगा, ये देखते हैं.

कोई भी व्यक्ति, जो इस मामले में ढिलाई करने या संलिप्तता मिलती है, उसे बक्शा नहीं जाएगा.

उन बच्चों के साथ यौन शोषण हुआ है, इसका खुलासा रिपोर्ट में होगा और जो भी जिम्मेदार है, उनके ख़िलाफ़ कार्यवाही की जाएगी.

हम मीडिया का भी सपोर्ट चाहते हैं, आप भी हमें जानकारी दीजिए ताकि जांच कर कार्यवाही की जा सके.

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