गंगा नदी के पूर्वी और दक्षिणी दिशा की ओर बसा ‘चंदौली जिला’ उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल का एक जिला है|  जिले का नाम अपने तहसील के नाम पर रखा गया है| यह जिला कई पुरानी धरोहरों के प्रमाण खुद में समेटे हुए है| सकलडीहा तहसील का रामगढ़ गाँव अघोरियों के गुरु बाबा कीनाराम की जन्मभूमि की जन्मभूमि है| कीनाराम ने अपना पूरा जीवन मानव जीवन की सेवा में लगा दिया| अब उनकी जन्मस्थली हिन्दुओं का पवित्र स्थल बन चुका है| महान काशी राज्य का हिस्सा होने के कारण चंदौली का इतिहास भी वही है जो वाराणसी जिले का और काशी राज्य का है|

चंदौली पूर्व दिशा में बिहार राज्य, उत्तर-पूर्व में गाज़ीपुर, दक्षिण में सोनभद्र, दक्षिण-पूर्व में बिहार राज्य और दक्षिण-पश्चिम में मिर्जापुर से घिरा हुआ है| कर्मनाशा नदी चंदौली और बिहार के बीच विभाजन सीमा का काम करती है| चंदौली में तीन तहसीलें (चंदौली, सकलडीहा,चकिया), 1629 गाँव और 11 शहर है| जिला पहली बार 20 मई 1997 में अस्तित्त्व में आया मगर 2004 में इसे मायावती सरकार ने वापस वाराणसी में मिला दिया| सरकार के इस फैसले को कोर्ट में चुनौती दी गई और 17 जून 2004 को यह दोबारा अस्तित्त्व में आया|

2011 की जनगणना के मुताबिक चंदौली की जनसंख्या 19,52,756 लाख है जिनमे पुरुषों की संख्या 10,17,905 लाख और महिलाओं की संख्या 9,34,597 लाख है| 6 वर्ष के कम उम्र के बच्चों की संख्या 3,09,597 लाख है जो कुल आबादी का 15.85% है| उत्तर प्रदेश के लिंगानुपात 912 के मुकाबले चंदौली में प्रति 1000 पुरुषों पर 918 महिलायें है| चंदौली की औसत साक्षरता दर 60.15% है जिनमे पुरुषों की साक्षरता दर 68.72% और महिलाओं की साक्षरता दर 50.83% है| चंदौली मुख्य रूप से हिन्दू बहुल इलाका है, यहाँ की 88.48% आबादी हिन्दू और 11.01% आबादी मुस्लिम धर्म में आस्था रखती है|

चंदौली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र यूपी की 80 लोकसभा सीटों में 76वें नंबर की सीट है| इस संसदीय सीट में यूपी विधानसभा की पांच सीटें आती है-

मुग़ल सराय, अजगरा, सकलडीहा, शिवपुर, सैयदरज़ा

इस विधानसभा सीटों में अजगरा की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है|

2009 के आंकड़ों की माने तो चंदौली लोकसभा में 14,46,259 जिनमे महिला वोटर्स की संख्या 6,65,063 और पुरुष वोटर्स की संख्या 7,90,196 है|

अस्तित्त्व में आने के बाद से ही यह सीट सामान्य श्रेणी की रही है|

वर्तमान में यहाँ से भाजपा के महेन्द्रनाथ पाण्डेय सांसद है.

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]वर्तमान में यहाँ से भाजपा के महेन्द्रनाथ पाण्डेय सांसद है.[/penci_blockquote]

पहली बार यहाँ 1957 में चुनाव हुए जिसमे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के त्रिभुवन नारायण सिंह ने जीत पाई|  1959 में उपचुनाव हुए जिसमे प्रभु नारायण सिंह ने सोशलिस्ट पार्टी की जीत दिलाई| 1962 में बालकृष्ण सिंह(कांग्रेस), 1967 में निहाल सिंह( संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी) और 1971 में कांग्रेस के सुधाकर पाण्डेय निर्वाचित हुए| 1977 में नरसिंह यादव ने भारतीय लोकदल और और 1980 में निहाल सिंह ने चंदौली में जनता पार्टी की जीत का खाता खोला| 1984 में चंदा त्रिपाठी कांग्रेस की टिकट पर निर्वाचित होकर यहाँ की पहली महिला सांसद बनी| 1989 में जनता दल के कैलाश नाथ सिंह यादव ने कांग्रेस को हराकर इस सीट पर कब्ज़ा किया| 1991 से 1998 भारतीय रत्न मौर्या चंदौली से लगातार तीन बार जीतकर लोकसभा पहुंचे| 1999 में समजवादी पार्टी के जवाहर लाल जयसवाल ने भाजपा का विजयरथ रोक सपा को इस सीट पर पहली बार विजयी बनाया| कभी जनता दल की टिकट पर चंदौली के सांसद रहे कैलाशनाथ सिंह यादव 2004 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर और आनंद रत्न मौर्या सपा के टिकट पर चुनाव लड़े, कैलाशनाथ सिंह ने सपा प्रत्याशी को हराया और यहाँ के सांसद निर्वाचित होकर लोकसभा पहुंचे| 2009 में सपा के रामकिशुन ने अपनी पार्टी की पिछली हार का बदला लिया और बसपा के प्रत्याशी को हराकर चंदौली के सांसद बने| वर्तमान में यहाँ से भाजपा के महेन्द्रनाथ पाण्डेय सांसद है| यह यूपी भाजपा के अध्यक्ष भी है| सोलहवीं लोकसभा में स्थानीय सांसद महोदय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सम्बन्धी मामलों की स्थाई समिति के सदस्य है|

लोकसभा वर्ष पार्टी नाम
दूसरी 1957 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस त्रिभुवन नारायण सिंह
उपचुनाव 1959 सोशलिस्ट पार्टी प्रभु नारायण सिंह
तीसरा 1962 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस बालकृष्ण सिंह
चौथा 1967 संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी निहाल सिंह
पांचवां 1971 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सुधाकर पाण्डेय
छठा 1977 भारतीय लोकदल नरसिंह यादव
सातवाँ 1980 जनता पार्टी निहाल सिंह
आठवां 1984 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस चन्द्र त्रिपाठी
नौवा 1989 जनता दल कैलाश नाथ सिंह यादव
दसवां 1991 भारतीय जनता पार्टी आनंद रत्न मौर्या
ग्यारहवां 1996 भारतीय जनता पार्टी आनंद रत्न मौर्या
बारहवां 1998 भारतीय जनता पार्टी आनंद रत्न मौर्या
तेरहवीं 1999 समाजवादी पार्टी जवाहर लाल जयसवाल
चौदहवीं 2004 बहुजन समाज पार्टी कैलाश नाथ सिंह
पंद्रहवीं 2009 समाजवादी पार्टी रामकिशुन
सोलहवीं 2014 भारतीय जनता पार्टी डॉक्टर महेंद्र नाथ पाण्डेय
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें