पिछले कई दिनों ने सल्फास खाने के बाद जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे आईपीएस सुरेंद्र दास (30) ने रविवार दोपहर कानपुर के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। उनकी पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट में जहर की पुष्टि हुई है। दास का विसरा सुरक्षित रख लिया गया है। सुरेंद्र की मौत से दुखी उनके बड़े भाई नरेंद्र ने आरोप लगाया कि उनके भाई ने अपनी पत्नी डॉ.रवीना सिंह के मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर खुदकुशी की है। इसलिए वह सोमवार को अंतिम संस्कार के बाद रवीना के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाएंगे। इस बाबत कानपुर में रवीना से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने बात करने से इनकार कर दिया। दास के ससुर रावेंद्र सिंह यादव ने कहा कि ‘मेरी बेटी ने बहुत किया। वह अभी बहुत दुखी है। फिलहाल हमें इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं कहना।’

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]मेट्रीमोनियल साइट से तय हुआ था रिश्ता [/penci_blockquote]
बता दें कि सुरेंद्र का पार्थिव शरीर रविवार को पीजीआई स्थित उनके घर पहुंचा। सोमवार को 10 बजे भैसाकुंड में उनका दाह संस्कार किया गया। नरेंद्र के मुताबिक, एक साल पहले सुरेंद्र की शादी रवीना से हुई थी। मेट्रीमोनियल साइट से रिश्ता तय होने की वजह से रवीना के व्यवहार के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं हो पाई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि रवीना नहीं चाहती थीं कि सुरेंद्र परिवार के लोगों से सम्पर्क रखें। किसी भी सदस्य से बातचीत की जानकारी होने पर वह लड़ाई करती थीं। फोन पर भी वह किसी से बात नहीं करने देती थीं। पत्नी के बर्ताव से डरकर सुरेंद्र ने कई दिनों से मां से भी बात नहीं की थी।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]मानसिक तौर पर काफी परेशान थे सुरेंद्र [/penci_blockquote]
2014 बैच के आईपीएस सुरेंद्र ने कानपुर में अपने सरकारी बंगले पर 5 सितंबर की अलसुबह 25-30 ग्राम सल्फास खा लिया था। उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। सल्फास की ज्यादा मात्रा के कारण दास की किडनियों समेत कई महत्वपूर्ण अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। रविवार को दिल ने भी उनका साथ छोड़ दिया। नरेंद्र का आरोप है कि रवीना के बर्ताव की वजह से सुरेंद्र मानसिक तौर पर काफी परेशान थे। वह तलाक देने का मन बना चुके थे, लेकिन रवीना की धमकियों से डरकर उन्होंने आत्मघाती कदम उठा लिया। नरेंद्र ने बताया कि शादी के दूसरे दिन ही रवीना मायके चली गईं और रिसेप्शन वाले दिन सीधे आयोजन में पहुंची थीं। इसे लेकर सुरेंद्र ने आपत्ति जताई तो काफी लड़ाई हुई थी। कानपुर के एसपी पूर्वी सुरेंद्र दास 5 सितंबर से कोमा की हालत में थे। पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस लाइंस में दास को अंतिम सलामी दी गई।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]डॉ. रवीना त्यागी के परिवार पर जमकर बरसे सुरेंद्र के घरवाले [/penci_blockquote]
एसपी पूर्वी सुरेंद्र दास को गार्ड ऑफ ऑनर के बाद बड़े भाई नरेंद्र दास ने उनकी पत्नी डॉ. रवीना त्यागी और उसके परिवार पर जमकर बरसे। पहली बार वे खुलकर सामने आए। उन्होंने कहा कि पूरे परिवार को तबाह कर दिया है। पूरे मामले की जांच कराकर दूध का दूध पानी का पानी करूंगा। बिलखते हुए बोले-मेरे भाई की जान लेने वाली रवीना पर रिपोर्ट दर्ज कराऊंगा। मेरे पूरे परिवार को उसने खत्म कर दिया। पूरे परिवार को बांटकर रख दिया था। मेरा भाई ऐसा नहीं है। वह परिवार को जोड़ना चाहता था। इसलिए कलह से तंग आकर उसने जान दे दी। उनके सुसाइड नोट की जांच भी कराऊंगा। उसकी मौत के लिए पूरे तरह से डॉ. रवीना व उनके माता-पिता ही जिम्मेदार हैं।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]मातहतों के प्रति संवेदनशील थे सुरेंद्र[/penci_blockquote]
सुरेंद्र मातहतों के प्रति संवेदनशील हैं। उनके दोस्तों ने बताया कि दिल्ली में तैयारी के दौरान वर्ष 2014 में उनका परिणाम आया था। घर वापस लौटते समय सुरेंद्र ने चौराहे पर खड़े पुलिसकर्मियों से टैक्सी के बारे में पूछा था। इसपर पुलिसकर्मी नाराज हो गए थे। खुद के आइपीएस बनने की जानकारी देने के बाद सुरेंद्र ने सिपाहियों से नाराजगी की वजह पूछी थी। इसपर पुलिसकर्मियों ने छुट्टी नहीं दिए जाने की शिकायत की थी। दोस्तों ने बताया कि इस घटना ने सुरेंद्र को काफी प्रभावित किया था। वह अक्सर कहते थे कि पुलिसकर्मियों को छुट्टी मिलनी चाहिए और मैं उन्हें फौरन अवकाश दे देता हूं। आइपीएस बनने के बाद सुरेंद्र ने एकता नगर स्थित मकान पर परिवारीजन, रिश्तेदारों व दोस्तों को पार्टी भी दी थी।

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