उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में विद्युत् कर्मचारियों ने अपनी कई मांगों को लेकर आज धरना प्रदर्शन किया. इस के साथ ही बीते 6 महीने से उनकी सेलेरी न मिलने के चलते परिवार में आये आर्थिक संकट के बारे में भी बताते हुए सरकार से उनकी समस्याओं पर ध्यान देने की अपील की. वहीं मांगे पूरी न होने पर बड़े आन्दोलन की भी चेतावनी दी.

6 माह से नहीं मिला कर्मचारियों को वेतन:

विद्युत व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने में अहम भूमिका निभाने वाले संविदा विद्युत कर्मियों को पिछले छः माह से वेतन न मिलने के कारण उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.

कर्मचारियों ने विद्युत उपकेंद्र पूरे शाह मुसाफिरखाना में धरना प्रदर्शन करते हुए विभागीय अधिकारियों के खिलाफ हुंकार भरी और मांगे न माने जाने पर वृहद आंदोलन की चेतावनी भी दी.

कर्मियों का कहना था कि अधिकारी काम के लिए अत्यधिक दबाव बनाते हैं, लेकिन कर्मचारी हितों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।

विद्युत उपकेंद्र में किया धरना प्रदर्शन:

संविदा कर्मियों ने विभिन्न मांगों पर खासतौर पर वेतन विसंगतियों को लेकर विद्युत उपकेंद्र पूरे शाहमुसाफिरखाना में धरना प्रदर्शन करते हुए आंदोलन की हुंकार भरी.

उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को पिछले 6 महीने से वेतन नहीं मिला है जिसकी वजह से परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.

विभागीय अधिकारी काम के लिए दबाव तो बनाते हैं, परंतु कर्मचारियों के दर्द से उन्हें कोई लेना देना नहीं है और उनके हितों की ओर ध्यान नहीं दिया जाता।

होगा वृहद आंदोलन

धरना प्रदर्शन में संविदा विद्युत कर्मियों ने चेतावनी दी कि यदि कुछ दिनों में मांगों को मानने पर विचार और वेतन विसंगति दूर न की गई तो मुख्य अभियंता कार्यालय का घेराव कर वृहद आंदोलन किया जाएगा.

उन्होंने बताया कि अधिकारियों से बार-बार समस्याओं की ओर ध्यान देने का अनुरोध किया जाता रहा है,लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अब संविदा कर्मचारी आर पार की लड़ाई के मूड में हैं.

संविदा कर्मचारियों का कहना है कि स्ंविदा कर्मियों के साथ अन्याय हो रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

विभाग में अधिकांश कार्य संविदा कर्मियों के भरोसे पर ही होते हैं और उन्ही कर्मियों को हटाने की साज़िश रची जा रही है, जिसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।

कई बार कर चुके हैं आंदोलन:

बता दें इससे पहले भी विद्युत कर्मियों ने अपनी कई मांगों को लेकर आंदोलन किया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. परिणाम स्वरुप विभाग और संविदा कर्मचारियों की आपसी खींचतान में विद्युत व्यवस्था पर असर पड़ जाता है ।

इनका कहना है:

वही जब इस मामले को लेकर एसडीओ मुसाफिरखाना से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आगामी पांच अक्टूबर तक बकाया मानदेय भुगतान कर दिया जाएगा ।

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