उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक बार फिर पुलिस की एक बड़ी लापरवाही उस समय सामने आई है जब 3 दिन पहले पतंग उड़ाने को लेकर बच्चों में हुए झगड़े को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया और मामले को रफा दफा कर दिया. मगर इस मामूली झगड़े ने शुक्रवार को फिर विकराल रूप धारण कर लिया. जिसके चलते दोनों पक्षों में फिर संघर्ष हो गया.

17 अक्टूबर को हुआ था बच्चों के बीच विवाद:

यही नहीं दोनों ओर से जमकर लाठी डंडे और धारदार हथियार चले है. जिसमें दोनों ओर से 8 लोग घायल हो गये है. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय भर्ती कराया है. बताया जा रहा है कि इस संघर्ष में फायरिंग भी हुई है हालांकि किसी व्यक्ति को गोली लगने की सूचना नहीं है.

मामला मुजफ्फरनगर जिले के थाना चरथावल क्षेत्र के गांव कसौली का है, जहाँ 17 अक्टूबर को पतंग उड़ाने को लेकर बच्चों के दो पक्षों में कहासुनी और मारपीट हो गई थी.

बच्चों के परिजनों ने की थी आपस में मारपीट:

मामला पुलिस में गया तो पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दो लोगों को  हिरासत में ले लिया. जिसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से न लेते हुए दोनों पक्षों का समझौता करा दिया.

मगर शुक्रवार की शाम को बच्चों के परिजन दाऊद पुत्र मेहबूब और आजम व अकरम पुत्र बाबू फिर आपस में भिड़ गए. जिस में जमकर लाठी डंडे और धारदार हथियार चले.

पुलिस ने मामले में करवा दिया था समझौता:

सूत्रों के मुताबिक़ घटना में फायरिंग भी हुई थी. दोनों पक्षों में हुए संघर्ष में 8 लोग घायल हो गए. जिन्हें पुलिस ने  इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया.

बता दें कि अगर चरथावल पुलिस 17 अक्टूबर को हुए झगड़े को गंभीरता से लेती तो शायद आज यह संघर्ष होने से टल सकता था. इस बात को एसपी क्राइम रामभवन चौरसिया भी मान रहे हैं और मामले में जांच कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं.

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