उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार अब नवाब वाजिद अली शाह लखनऊ प्राणिउद्यान (चिड़ियाघर) का नाम बदलने की तैयारी में है। इससे पहले योगी सरकार इलाहाबाद, फैजाबाद और लखनऊ के इकाना स्टेडियम का नाम बदल चुकी है। लखनऊ चिड़ियाघर का नाम अब नवाब वाजिद अली शाह की जगह अटल बिहारी वाजपेयी प्राणि उद्यान किया जा सकता है।

बता दें, यह तीसरा मौका होगा जब लखनऊ चिड़ियाघर का नाम बदला जा रहा है। हालांकि, नाम बदलने से दर्शकों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला, बल्कि लखनऊवासियों के लिए यह गौरव की ही बात होगी। लखनऊ जू वर्ष 1921 में अंग्रेजी हुकूमत में बनाया गया था। जिसका नाम इंग्लैण्ड के तत्कालीन राजकुमार के नाम पर ‘प्रिंस ऑफ वेल्स जूलॉजिकल गार्डेन’ रखा गया था। देश की आजादी के करीब 80 साल बाद जू का नाम 4 जून, 2001 को बदलकर लखनऊ प्राणि उद्यान कर दिया गया।

इसके बाद मार्च 2015 में अखिलेश सरकार में इसका नाम अवध के अंतिम नवाब के नाम पर कर दिया गया। इकाना स्टेडियम के बाद राजधानी को अटल नाम की ये दूसरी सौगात मिल सकती है। कहा जा रहा है कि आगामी 25 दिसम्बर को अटल जयंती पर लखनऊ के चिड़ियाघर का नाम बदल सकता है। गौरतलब है कि 2015 में अखिलेश सरकार ने लखनऊ चिड़ियाघर का नाम बदलते हुए अवध के अंतिम नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान कर दिया था। बता दें लखनऊ जू में हर साल 13 लाख दर्शक आते हैं।

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