फूलपुर से ये लड़ सकते है समाजवादी पार्टी से लोकसभा 2019 का चुनाव

जहाँ एक तरफ उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए सपा-बसपा ने सीटों का बंटवारा कर लिया है। वही शेयरिंग फार्मूले में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के हिस्से में यूपी की तीन सबसे ‘सेफ’ सीटें भी आ गई हैं। जिन पर गठबंधन का फार्मूला पहले से ही टेस्टेड और सफल है। ये सीटें हैं गोरखपुर, फूलपुर और कैराना।  फूलपुर लोकसभा उपचुनाव की पृष्ठभूमि में समाजवादी पार्टी (सपा) अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने आज कहा कि इन चुनावों ने पूरे देश को एक संदेश दिया है कि अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को परास्‍त करना सम्‍भव है।

जानिए क्या है फूलपुर सीट का इतिहास
  • इलाहाबाद से फूलपुर करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित है।
  • फूलपुर में रेलवे स्टेशन है जो कि वाराणसी गोरखपुर को जोड़ती है फूलपुर एक कस्बा है।
  • यहां पर आबादी अधिक है।
  • यहां पर स्टेशन के करीब सामने एक पुराना रानी का महल स्थित है।
  • फूलपुर से इलाहाबाद की ओर लगभग 12 किलोमीटर दूरी पर दिल्ली कोलकाता हाईवे बाईपास है।
  • इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड कंपनी भी फूलपुर में ही है।
  • द न्यू यमुना ब्रिज, इलाहाबाद म्यूजियम यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं।
  • शैक्षिण संस्थानों में इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी यहां का प्रमुख शैक्षिण संस्थान है।
लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने बीजेपी से छीन ली थी फूलपुर सीट

फूलपुर भी समाजवादी पार्टी ने बीजेपी से छीन लिया था. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अकेले लड़ने पर इन सीटों पर बीजेपी भारी पड़ेगी। लेकिन गठबंधन के लिहाज से ये काफी सेफ है और तीनों का संदेश बड़ा जाएगा। गोरखपुर और फूलपुर वो सीटें हैं। जहां पर बीजेपी के विजय रथ को विपक्ष ने मिलकर सबसे पहले रोका था। इसके बाद ही तय हो गया था कि सपा-बसपा भविष्य में गठबंधन करेंगे। 2014 की मोदी लहर में फूलपुर से बीजेपी के केशव प्रसाद मौर्य को 52.43 फीसदी वोट मिले थे।

फूलपुर सीट से सपा की स्थिति मजबूत, बीजेपी यह सीट जीते यह होगा वेहद मुश्किल
  • सपा को 20.33, बसपा को 17.05 और कांग्रेस को सिर्फ 6.05 फीसदी वोट हासिल हुए।
  • जबकि 2009 के चुनाव में यहां बीएसपी का सांसद था।
  • बीएसपी को 30.36, सपा को 27.72, कांग्रेस को 12.25 और बीजेपी को सिर्फ 8.12 फीसदी वोट के साथ संतोष करना पड़ा था।
  • इस सीट पर चार बार सपा के सांसद रहे हैं।
  • 2018 के उप चुनाव में सपा के नागेंद्र सिंह पटेल ने बीजेपी के कौशलेंद्र सिंह पटेल को शिकस्त दी थी।
योगी को हरा फूलपुर से प्रवीन निषाद ने हथियाई थी यह सीट

योगी आदित्यनाथ की पारंपरिक सीट रही गोरखपुर में समाजवादी पार्टी के प्रवीण कुमार निषाद ने कब्जा किया था जबकि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की सीट फूलपुर से सपा के नागेंद्र सिंह पटेल सांसद बने थे।

  • कैराना में सपा के समर्थन पर तबस्सुम हसन आरएलडी की सांसद हैं।
  • ये तीनों सीटें इस बंटवारे में सपा के हिस्से आ गई हैं।
  • सवाल ये है कि क्या सपा और बसपा मिलकर फिर से योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य का किला भेद पाएंगे?
रिपोर्ट- संजीत सिंह सनी

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