जम्मू कश्मीर के बडगाम जिले में बुधवार (27 फरवरी) सुबह दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने से सात लोगों की मौत हो गई। घटनास्थल पर पहुंची वायुसेना की टीम ने जांच के दौरान कई अहम सुराग जुटाए हैं। इस हादसे में भारतीय वायुसेना के 6 जवान और एक आम नागरिक के मारे जाने की सूचना है। जानकारी के मुताबिक, बडगाम के गारेंद कलां गांव के पास सुबह 10 बजकर 5 मिनट पर हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया था।

हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए भारतीय वायुसेनाकर्मी पंकज नौहर का परिवार यह खबर आने पर शोक में डूबा हुआ है। नौहर के पिता सेवानिवृत्त सूबेदार नोभात सिंह ने कहा कि उन्हें बुधवार (27 फरवरी) की शाम फोन पर हादसे और उनके बड़े बेटे की मौत का दुखद समाचार दिया गया। उन्होंने कहा कि उनका बेटा पूरे मथुरा का था। शहर के सारंग विहार के निवासी नौहर की 2015 में शादी हुई थी और दंपति का 18 महीने का बेटा है, जिसका नाम रुद्र है।

हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दो वायुसेना कर्मियों की मौत से चंडीगढ़ और हरियाणा के झज्जर जिले में उनके परिवार के सदस्य शोक में हैं। स्कवॉड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ सशस्त्र बलों में सेवाएं देने वाले अपने परिवार की चौथी पीढ़ी के सदस्य थे। उनकी पत्नी भी भारतीय वायुसेना में स्क्वॉड्रन लीडर के रूप में सेवाएं दे रही हैं। सिद्धार्थ का परिवार चंडीगढ़ में रहता है। वह 2010 में वायुसेना में शामिल हुए थे और केरल बाढ़ के दौरान बचाव कार्यों में भूमिका के लिए उन्हें बीते महीने प्रशस्ति मिला था। बीते साल जुलाई में उन्हें श्रीनगर में तैनात किया गया था और उनकी पत्नी आरती भी वहीं तैनात थीं।

सिद्धार्थ के पिता जगदीश कासल ने कहा कि मेरा बेटा यह हेलीकॉप्टर उड़ा रहा था क्योंकि वह मुख्य पायलट था। उसे अपने निकट संबंधी विनीत भारद्वाज से भारतीय वायुसेना में शामिल होने की प्रेरणा मिली थी, जो लड़ाकू विमान पायलट थे। वह भी उन्हीं के नक्शेकदम पर चलना चाहता था। विनीत की 17 साल पहले एक दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस दुर्घटना में एक अन्य वायुसेना कर्मी विक्रांत सहरावत की भी मौत हो गई। वह झज्जर के बधानी गांव के थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं।

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