हम आपको बता दें धनतेरस का त्योहार कार्तिक के महीने में मनाया जाता हैं यह त्योहार दिवाली के दो दिन पहले मनाया जाता हैं इस त्योहार में लोग सोना-चांदी तो खूब खरीदते है लेकिन क्या कभी सोचा है क्यों खरीदा जाता हैं इसके पीछे भी एक कहानी हैं आइये हम आपको बताते हैं.

कहानी के अनुसार:

  • हम आपको बता दें 16 साल पहले एक हिमा नाम का राजा था.
  • राजा शादी के 4 दिन बाद सांप के काटने के बाद बर्बाद हो गया.
  • अपनी पत्नी की भविष्यवाणी का पता लगाने के लिए गया था.
  • क्योंकि यह अपनी शादी की चौथी रात को अपने साथ किसी को सोने नहीं देती थी.
  • वह दरवाजे के सामने उसके सारे गहने और सोने के सिक्कों पर हीप्ड और गीत गाया था.
  • जब भगवान यमराज  मृत्यु के देवता एक नागिन के रूप में उनके दरवाजे पर पहुंचे.
  • वहां पर इतनी चमक गहने की थी की वह दरवाजे के पास पहुंचते ही ये अंधे हो गये.
  • वह सारी रात सोने के ढेर पर बैठ कर गाना सुनता रहा .
  • इस तरह राजकुमारी ने अपनी पति को मौत के पंजे में पहुंचने से पहले ही छुड़ा लिया।
  • फिर यह दिन धनतेरस के रूप में मनाया जाने लगा.
  • यही कारण है कि यह माना जाता है कि सोने की नई धातु खरीदी जाती हैं.
  • धनतेरस अपने दरवाजे से बुरी किस्मत वापसी बनाता है.
  • धनतेरस से संबंधित एक अन्य कथा हमें वापस समुन्द्र मंथन की कहानी के लिए लेता है.
  • देवताओं और राक्षसों अमृता या अमृत के लिए महान सागर मंथन किया है,.
  • धनवंतरी (देवताओं के चिकित्सक और विष्णु का अवतार) धनतेरस के दिन अमृत का घड़ा ले जाने में उभरा.
  • इसी कारण लोग धनतेरस के दिन कीमती धातु खरीदते हैं.

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