गैंगस्टर पूर्व विधायक के बाहुबली भाई यश भद्र सिंह मोनू की पुलिस ने की गिरफ्तारी

महामारी अधिनियम के उल्लंघन समेत अवैध रूप से असलहे रखने का लगा आरोप……..न्यायालय से मिली जमानत

सुलतानपुर –

उत्तर प्रदेश में बीते दिनों आंशिक लॉकडाउन के दौरान समपन्न हुए पंचायती चुनाव के नतीजे आने के बाद सियासी तपिश बढ़ती नजर आ रही है । जिसके पीछे पंचायत चुनाव में निर्वाचित हो कर आए बीडीसी व जिला पंचायत सदस्यों के जोड़तोड़ के मुताबिक जिले के प्रथम नागरिक होने के पद पर काबिज होने का गौरव से जुड़ा मामला हो या फिर ब्लॉक प्रमुख बन अपने रूतबे को कायम करने की बीसात । बताते चलें की चन्द्र भद्र सिंह सोनू व यश भद्र सिंह मोनू सुलतानपुर जनपद के राजनैतिक बिसात माने जाते रहे हैं जिनके पिता स्व इन्द्र भद्र सिंह के जमाने से प्रदेश की पंचायत विधानसभा सभा में निर्दलीय निर्वाचित होकर इसौली विधानसभा का नेतृत्व करने का गौरव प्राप्त हुआ , लेकिन इनके पुत्रद्वयो पर बाहुबल का ठप्पा लगा तो धनपतगंज की प्रमुखी निर्विरोध हुई और विधानसभा पद विरासत के तौर पर चलता रहा । लेकिन बाहुबली पूर्व विधायक पवन पाण्डेय का भी इसौली से खासा जुड़ाव रहा उनके अनुज कृष्ण कुमार पाण्डेय कक्कू ने इसौली विधानसभा चुनाव के दौरान ताल ठोक कर विरासत में चल रही विधायकी पर भी पूर्ण विराम लगा दिया और बीते दशक से बाहुबली बंधुद्वय विधानसभा चुनाव समेत लोकसभा चुनावों में हार का सामना कर चुके हैं । बीते जिपंअ चुनाव में हिरासत में लिए गए यश भद्र सिंह मोनू भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष से भी दो-दो हांथ आजमाने की कोशिश किए लेकिन नतीजा सिफर रहा ।
पुलिस विभाग की मानें तो चन्द्र भद्र सिंह सोनू पर पंचायत चुनाव में खलल डालने की आशंका के चलते व विभिन्न पहलुओं को लेकर गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही अमल में लायी गयी है जिसमे पूर्व विधायक सोनू सिंह की धनपतगंज पुलिस को सरगर्मी से तलाश जारी है । इसी दरमियान जिला पंचायत सदस्य पद पर निर्वाचित हुई यश भद्र सिंह मोनू की बहन अर्चना सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर चुनाव मैदान में हजारों मतों से विजयी हुई और जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दावेदारी में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में कमोबेश उतर गयी जिनके सारथी भाई यश भद्र सिंह मोनू बताए जा रहे हैं और यहां से शुरू हुई सियासी जुगलबंदी और बीते देर रात बाहुबली को लॉकडाउन का कफिले में चलना भारी पड़ गया , इसी दौरान नगर कोतवाल भूपेन्द्र सिंह के फौरी जांच में अवैध रूप से लाइसेंसी असलहे लेकर चलने के मामले के संज्ञान में आने के बाद बाहुबली पूर्व प्रमुख मोनू सिंह को रात भर कोतवाली नगर में बैठना पड़ा जिसमें पूर्व प्रमुख की लगभग आधा दर्जन गाडियों को सीज किया गया है जो काफिले में सामिल थीं ।

पूर्व प्रमुख के काफिले में दूसरे के नाम पर दूसरे व्यक्ति लेकर चल रहे थे असलहे – एएसपी विपुल

अपर पुलिस अधीक्षक विपुल कुमार श्रीवास्तव की मानें तो जब एएसपी से दूरभाष पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि बाहुबली पूर्व प्रमुख यश भद्र सिंह मोनू के काफिले मे चल रही गाड़ियों को रोक कर जब चेक किया गया तो उनके साथ चल रहे काफिले में 11 व्यक्तियों समेत अत्याधुनिक हथियारों का जखीरा बरामद हुआ जो कि फिलहाल लाइसेंसी जांच के दौरान पाए गए । लेकिन जांच के ही दौरान बरामद मोडिफाइड रायफल समेत अन्य असलहों के लाइसेंसी की जगह अन्य लोगों के साथ लाइसेंसी असलहों की बरामदगी हुई है जो कानून की श्रेणी में गम्भीर अपराध है जिसके तहत महामारी अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत करने के अलावा गैर कानूनी रूप से असलहा रखने वा लेकर चलने का अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है व बरामद असलहों की सीजिंग कार्यवाही अमल में लायी जा रही है ।

बाहुबली पूर्व प्रमुख यश भद्र सिंह से जान का बताया खतरा – शिव कुमार सिंह

निर्वतमान जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह के पति शिव कुमार सिंह से जब वार्ता की गयी तो उन्होंने बेबाकी से जवाब देते हुए कहा कि इस हिन्दुस्तान में ना तो उनका कोई दुश्मन है ना ही कोई विरोधी अगर उनके जान को किसी से खतरा है तो वह है बाहुबली ब्रदर्स । जिसमें एक गैंगस्टर के एफआईआर दर्ज होने के बाद फरार बताए जा रहे हैं , तो दूसरे भाई मोनू कल अन्य लाइसेंसधारियों के असलहे के साथ दूसरे व्यक्तियों के साथ धरे जा चुके हैं जिससे उनकी मनसा पर सवाल खड़े करते हुए जमकर हमलावर होते हुए , प्रशासन से सुरक्षा की दृष्टिकोण से पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने की मांग भी की ।

Report : Gyanendra

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