JNU परिसर से नजीब को गायब हुए महीना होने को आया लेकिन उसके बारे में कोई सुराग नही हाथ लगा. पुलिस की 8 टीमें नजीब को ढूंढ़ रही हैं लेकिन फिर भी नजीब का कुछ अता-पता नही है. नजीब को ढूंढने में देरी होने के बाद अब छात्र संगठन ने अपना आंदोलन और तेज कर दिया है. वहीं नजीब की माँ भी बीते दिन इंडिया गेट के सामने प्रदर्शन कर रही थी तब उन्हें पुलिस ने वहां से उठा दिया था. कई घंटे तक पुलिस ने थाने में रखने के बाद उन्हें छोड़ दिया था.

डिप्रेशन और दौरे पड़ने के इलाज की दवाई ले रहा था नजीब:

  • हॉस्टल के कमरे से पुलिस को दवाइयों के पर्चे और टेबलेट्स मिली हैं.
  • नजीब डिप्रेशन के इलाज में ली जाने वाली दवा भी ले रहा था.
  • इसके अतिरिक्त दौरे पड़ने, डर लगने जैसी बीमारियों की दवाएं भी ले रहा था.
  • नजीब के रूम कमरे से 9 सितम्बर की डॉक्टर की पर्ची भी मिली है.

दिल्ली पुलिस की कार्यवाई सवालों के घेरे में:

  • दिल्ली पुलिस ने नजीब की माँ को प्रदर्शन नही करने दिया.
  • पुलिस का कहना था कि धारा 144 के लागू होने के बाद प्रदर्शन की इजाजत नही दी जा सकती है.
  • वहीँ नजीब की माँ का कहना है कि पुलिस उनके बेटे को ढूंढ़कर लाना नही चाहती है.
  • पुलिस जानबूझकर इस घटना में लापरवाही बरत रही है.
  • दिल्ली पुलिस द्वारा नजीब की माँ को ले जाने के तरीकों पर भी सवाल उठे.
  • घसीटकर ले जाने की बात पर पुलिस ने अपनी तरफ से सफाई दी है.
  • पुलिस के अनुसार, वो जमीन पर लेट गई थीं इसलिए उठाने की कोशिश की जा रही थी.
  • पुलिस ने किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने की बात को ख़ारिज किया है.

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