उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के निकट रविवार सुबह तड़के करीब 3:10 बजे पुखरायां स्टेशन पर पटना से इंदौर जा रही पटना-इंदौर एक्सप्रेस (19321) की 14 बोगियां अचानक पटरी से उतर गईं। इस भीषण ट्रेन हादसे में 100 लोगों की मौत हो गई है जबकि 350 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इस हादसे में ट्रेन के तीन कोच पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे की खबर मिलते ही रेलवे के आला अधिकारी, एनडीआरएफ, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस के जवानों ने डिब्बों को कटर फंसे हुए लोगों को निकाल कर आस-पास के अस्पतालों में भर्ती कराया है जहां सभी का इलाज चल रहा है। अब सवाल उठ रहा है कि इतना बड़ा रेल हादसा कहीं आतंकी साजिश तो नहीं है?

डिब्बे पिचके तो बहने लगीं खून की धारें

  • रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक, ट्रेन के कोच GS, GS, A1, B1/2/3, BE, S1, S2, S3, S5, S6 में सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
  • हादसे में घायलों ने जब मंजर बताया तो सभी के होश उड़ रहे थे।
  • रेलवे के अनुसार जब बोगियां पटरी से उतरने के बारे में ड्राइवर और गार्डों को पता चला तो एमरजेंसी ब्रेक लगाया गया।
  • लोगों ने मौत का मंजर बताते हुए कहा कि ट्रेन की बोगियां पिचक कर आधी हो गईं इससे बोगियों में सवार यात्री बोगियों में दब गए और खून की धारें बहने लगीं।
  • हादसा इतना भयंकर था कि इतनी लंबी बोगियां पिचककर सिकुड़ गईं।

रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा मौके पर पहुंचे

  • इस भीषण रेल हादसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, यूपी के सीएम अखिलेश यादव, रेल मंत्री सुरेश प्रभु, डीजीपी जावीद अहमद लगातार नजर बनाये हुए हैं।
  • वहीं रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा मौके पर पहुंच गए हैं।
  • सीएम अखिलेश ने इलाके की सभी एम्बुलेंस को मौके पर भेजा है।
  • साथ ही अभी अस्पतालों को भी अलर्ट किया है, सीएम ने ट्रेन हादसे पर गहरा दुःख प्रकट किया है।

कहीं ट्रेन की पटरी कटने से तो नहीं हुआ हादसा?

  • पटना-इंदौर एक्सप्रेस (19321) की 14 बोगियां अचानक पटरी से उतर जाना किसी के गले नहीं उतर रहा है।
  • स्थानीय लोगों का मानना है कि यह हादसा पटरी कटने से हो सकता है।
  • ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि यह कोई आतंकी साजिश तो नहीं है?
  • फिलहाल रेल मंत्री ने जांच के आदेश देते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वाशन दिया है।
  • हादसा कैसे हुआ यह जांच का विषय है इसके बारे में जांच के बाद ही पता चल पायेगा।

लखनऊ में भी पटरी काटकर की गई थी आतंकी साजिश

  • राजधानी के मोहनलालगंज इलाके के कनकहा रेलवे स्टेशन के पास पिछले साल 2 अक्टूबर 2015 को गांधी जयंती के दिन रेलवे लाइन की 50 सेंटीमीटर पटरी काट दी गई थी।
  • इससे बड़ा रेल हादसा होने से बचा था। इसे आतंकी साजिश के चलते काटा गया था।
  • वहीं, उसी क्षेत्र में आगामी 26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस से पहले 16 जनवरी को फिर से रेलवे ट्रैक का करीब 2.23 मीटर टुकड़े को काटने का प्रयास किया गया था।
  • आईजी एसटीएफ सुजीत पांडेय ने इस घटना को ट्रेन डिरेल करने की साजिश बताया था।
  • जबकि जांच अधिकारियों ने सिमी आतंकियों द्वारा घटना को अंजाम देने की आशंका जताई थी।
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