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समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव का 78वां जन्मदिन मंगलवार को पूरे प्रदेश में मनाया गया। लेकिन कानपुर में हुए ट्रेन हादसे के कारण सपा सुप्रीमों ने धूमधाम से जन्मदिन न मानाने के लिए सभी जिलाध्यक्षों, महानगर अध्यक्षों से सोमवार को अपील की थी कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जन्मदिवस धूमधाम से न मनाएं। जन्मदिन के मौके पर सीएम अखिलेश ने एक दिन पहले ही अपने पिता को आगरा- लखनऊ एक्सप्रेस वे की सौगात दे दी है। वह पहलवान से शिक्षक और फिर माननीय कैसे बने? पेश है एक रिपोर्ट…

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कौन हैं मुलायम?

  • मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवम्बर 1939 को इटावा जिले के सैफई गाँव में मूर्ति देवी व सुधर सिंह के किसान परिवार में हुआ था।
  • वह अपने पांच भाई-बहनों में रतनसिंह से छोटे व अभयराम सिंह, शिवपाल सिंह, रामगोपाल सिंह और कमला देवी से बड़े हैं।
  • पिता सुधर सिंह उन्हें पहलवान बनाना चाहते थे किन्तु पहलवानी में अपने राजनीतिक गुरु नत्थूसिंह को मैनपुरी में आयोजित एक कुश्ती-प्रतियोगिता में प्रभावित करने के पश्चात उन्होंने नत्थूसिंह के परम्परागत विधान सभा क्षेत्र जसवन्त नगर से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया।
  • राजनीति में आने से पूर्व मुलायम सिंह आगरा विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर (एम०ए०) एव जैन इन्टर कालेज करहल (मैनपुरी) से बी० टी० करने के बाद कुछ दिनों तक इन्टर कालेज में अध्यापन कार्य भी कर चुके हैं।

मुलायम सिंह का राजनीतिक जीवन

  • मुलायम सिंह बड़े ही समाजवादी और किसान नेता हैं। मुलायम सिंह ने उत्तर प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग समाज का सामाजिक स्तर को उपर करने में महत्वपूर्ण कार्य किया।
  • मुलायम सिंह 1967 में पहली बार विधान सभा के सदस्य चुने गये और मन्त्री बने।
  • पहली बार मंत्री बनने के लिए मुलायम सिंह यादव को 1977 तक इंतज़ार करना पड़ा, जब कांग्रेस विरोधी लहर में उत्तर प्रदेश में भी जनता सरकार बनी थी।
  • 1980 में भी कांग्रेस की सरकार में वे राज्य मंत्री रहे और फिर चौधरी चरण सिंह के लोकदल के अध्यक्ष बने और विधान सभा चुनाव हार गए।
  • 1992 में उन्होंने समाजवादी पार्टी बनाई।
  • वे तीन बार क्रमशः 5 दिसम्बर 1989 से 24 जनवरी 1991 तक, 5 दिसम्बर 1993 से 3 जून 1996 तक और 29 अगस्त 2003 से 11 मई 2007 तक उत्तर प्रदेश के मुख्य मन्त्री रहे।
  • इसके अतिरिक्त वे केन्द्र सरकार में रक्षा मन्त्री भी रह चुके हैं।
  • 1996 में मुलायम सिंह यादव ग्यारहवीं लोकसभा के लिए मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र से चुने गए थे और उस समय जो संयुक्त मोर्चा सरकार बनी थी, उसमें मुलायम सिंह भी शामिल थे और देश के रक्षामंत्री बने थे।
  • केंद्रीय राजनीति में मुलायम सिंह का प्रवेश 1996 में हुआ।
  • 1999 में उनके समर्थन का आश्वासन ना मिलने पर कांग्रेस सरकार बनाने में असफल रही और दोनों पार्टियों के संबंधों में कड़वाहट पैदा हो गई।
  • 2002 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने 391 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए, जबकि 1996 के चुनाव में उसने केवल 281 सीटों पर ही चुनाव लड़ा था।
  • 2012 में  मुलायम सिंह की पार्टी समाजवादी पार्टी को उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव मे बहुमत मिला।
  • उन्होंने अपने पुत्र समाजवादी पार्टी के दूसरे लोकप्रिय नेता अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया।
  • ‘समाजवादी पार्टी’ के नेता मुलायम सिंह यादव पिछले तीन दशक से राजनीति में सक्रिय हैं।
  • उन्होंने स्कूल के अध्यापन कार्य से इस्तीफा दे दिया था।

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राजनीतिक दर्शन से विदेश यात्रा तक

  • मुलायम सिंह यादव ने ब्रिटेन, रूस, फ्रांस, जर्मनी, स्विटजरलैण्ड, पोलैंड और नेपाल आदि देशों की भी यात्राएँ की हैं।
  • लोकसभा सदस्य कहा जाता है कि मुलायम सिंह उत्तर प्रदेश की किसी भी जनसभा में कम से कम पचास लोगों को नाम लेकर मंच पर बुला सकते हैं।
  • समाजवाद के फ़्राँसीसी पुरोधा ‘कॉम डी सिमॉन’ की अभिजात्यवर्गीय पृष्ठभूमि के विपरीत उनका भारतीय संस्करण केंद्रीय भारत के कभी निपट गाँव रहे सैंफई के अखाड़े में तैयार हुआ है।
  • वहाँ उन्होंने पहलवानी के साथ ही राजनीति के पैंतरे भी सीखे।
  • लोकसभा से मुलायम सिंह यादव ग्यारहवीं, बारहवीं, तेरहवीं और पंद्रहवीं लोकसभा के सदस्य चुने गये थे।

यह है मुलायम की सदस्यता

  • विधान परिषद 1982-1985 विधान सभा 1967, 1974, 1977, 1985, 1989, 1991, 1993 और 1996 (आठ बार) विपक्ष के नेता।
  • उत्तर प्रदेश विधान परिषद 1982-1985 विपक्ष के नेता, उत्तर प्रदेश विधान सभा 1985-1987 केंद्रीय कैबिनेट मंत्री सहकारिता और पशुपालन मंत्री।
  • 1977 रक्षा मंत्री 1996-1998 पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को 28 मई, 2012 को लंदन में ‘अंतर्राष्ट्रीय जूरी पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
  • मुलायम सिंह पर कई पुस्तकें लिखी जा चुकी हैं।
  • इनमे पहला नाम ‘मुलायम सिंह यादव- चिन्तन और विचार’ का है जिसे अशोक कुमार शर्मा ने सम्पादित किया था।
  • इसके अतिरिक्त राम सिंह तथा अंशुमान यादव द्वारा लिखी गयी ‘मुलायम सिंह: ए पोलिटिकल बायोग्राफी’ अब उनकी प्रमाणिक जीवनी है।

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