Political History of Kundarki Assembly Seat : कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र 1967 में अस्तित्व में आई थी, और तब से अब तक यहां 15 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। कुंदरकी की राजनीतिक इतिहास में भाजपा को केवल एक बार जीत मिली है, जब 1993 में भाजपा के चंद्र विजय सिंह ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। हालांकि, वह केवल 18 महीने के लिए विधायक रह सके थे। इसके बाद से यह सीट समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच ही बंटती रही है।

मुरादाबाद में कुंदरकी विधानसभा का जातीय समीकरण 2024

मुस्लिम मतदाताओं का दबदबा: कुंदरकी विधानसभा सीट पर लगभग 65% मुस्लिम मतदाता हैं, जिसकी वजह से यहां ज्यादातर मुस्लिम उम्मीदवारों की ही जीत होती रही है। इसी कारण भाजपा के लिए यह सीट जीतना चुनौतीपूर्ण रही है। 1993 के बाद से भाजपा ने इस क्षेत्र में जीत के लिए कई प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई।

भाजपा के प्रयास: भाजपा ने कुंदरकी से दो बार रामवीर सिंह को उम्मीदवार बनाया, लेकिन वह चुनाव जीतने में नाकाम रहे। 2022 में भाजपा ने कमल प्रजापति को मैदान में उतारा, लेकिन उन्हें भी सफलता नहीं मिली। 2022 के चुनाव में सपा के जियाउर्रहमान बर्क ने कुंदरकी से जीत हासिल की थी।

तुर्कों का गढ़: यह सीट तुर्कों का गढ़ कही जाती है। हाजी रिजवान, जो पहले सपा के सदस्य थे, कुंदरकी से चार बार विधायक रहे हैं। 2022 में उन्होंने सपा से बगावत कर बसपा का दामन थाम लिया था, लेकिन बाद में वे सपा में फिर से शामिल हो गए। कुंदरकी सीट पर सपा और बसपा का वर्चस्व स्पष्ट रूप से दिखाई देता है, और इस क्षेत्र की राजनीतिक स्थितियों में मुस्लिम मतदाताओं की प्रमुख भूमिका बनी रहती है।

हालांकि, जियाउर्रहमान बर्क के संभल से सांसद बनने के बाद कुंदरकी विधानसभा सीट खाली हो गई है, और आगामी उपचुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सा दल यहां जीत दर्ज करता है।

कुंदरकी के विधायकों की सूची: Political History of Kundarki Assembly Seat

  • 1967: एम. लाल (निर्दलीय)
  • 1969: माही लाल (भारतीय क्रांति दल)
  • 1974: इंद्र मोहिनी (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
  • 1977: अकबर हुसैन (जनता पार्टी)
  • 1980: अकबर हुसैन (जनता पार्टी)
  • 1985: रीना कुमारी (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
  • 1989: चंद्र विजय सिंह (जनता दल)
  • 1991: अकबर हुसैन (जनता दल)
  • 1993: चंद्र विजय सिंह (भारतीय जनता पार्टी)
  • 1996: अकबर हुसैन (बहुजन समाज पार्टी)
  • 2002: मोहम्मद रिजवान (समाजवादी पार्टी)
  • 2007: अकबर हुसैन (बहुजन समाज पार्टी)
  • 2012: मोहम्मद रिजवान (समाजवादी पार्टी)
  • 2022: जियाउर्रहमान बर्क (समाजवादी पार्टी)

इस क्षेत्र में समय-समय पर सत्ता में बदलाव होते रहे हैं, जिसमें निर्दलीय, कांग्रेस, जनता दल, बसपा, और भाजपा के विधायकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।

 

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