राजधानी के माल इलाके में राशन लेने गये दलित को कोटेदार ने मारा पीटा और बचाने पहुंची मां को भी कोटेदार के पुत्रों ने गंदी-गंदी गालियां दी। किसी तरह मौके से मां बेटे जान बचाकर थाने पहुंचे और कोटेदार के विरुद्ध लिखित शिकायत की, लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी माल पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। जिससे परेशान पीड़ित इधर-उधर भटकने पर मजबूर है। पीड़ित का आरोप है जब वह तहरीर लेकर माल थाने पहुंचा तो थाना प्रभारी ने उसे गलियां देकर भगा दिया। इस संबंध में जब थाना प्रभारी मुस्तकीम अहमद से बात की गई तो उन्होंने जानकारी देने से इंकार कर दिया।

यह है पूरा मामला

  • जानकारी के मुताबिक, विकास खण्ड माल की ग्राम पंचायत लतीफपुर गांव निवासी नौमीलाल रैदास बीते रविवार को कोटेदार हरिपाल सिंह के यहां राशन लेने गया था।
  • कोटेदार ने बोरी में राशन भरने को कहा तो नौमीलाल ने राशन में कूड़ा होने की बात कही।
  • इतना सुनते ही कोटेदार आग बबूला हो गया और नौमी को जाति सूचक गाली देने लगा।
  • नौमीलाल ने इसका विरोध किया। दबंग कोटेदार ने अपनी दबंगयी दिखाते हुए नौमीलाल को मारने-पीटने लगा।
  • कोटेदार के यहां पहले राशन लेने गयी नौमीलाल की मां ने बचाने का प्रयास किया तो कोटेदार व उसके पुत्र पंकज सिंह, अनूप सिंह उर्फ ठाकुर सिंह ने मां व बेटे को काफी मारा-पीटा।
  • बीच बचाव के चलते मां-बेटे वहां से जान बचाकर भाग निकले और थाना माल में कोटेदार व उसके पुत्रों के विरूद्ध लिखित शिकायत की है।
  • सूत्रों की माने तो माल पुलिस एक सफेदपोश नेता के दबाव में पीड़ित का मुकदमा लिखने में हीला-हवाली कर रही है।
  • वहीं पीड़ित न्याय के लिए थाने के चक्कर काट रहा है।
  • उधर पीड़ित ने बताया कि उसको थाने से न्याय नहीं मिला तो वह उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाएगा।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें