मुंबई : मुंबई बम-ब्लास्ट का मास्टरमाइंड अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम भारत में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश रच रहा था. एनआईए की रिपोर्ट के अनुसार, भारत से बाहर बैठे इस अपराधी के निशाने पर न सिर्फ धार्मिक और आरएसएस के नेता थे, बल्कि‍ उसने चर्चों पर भी हमले की योजना बना रखी थी।

जांच एजेंसी शनिवार को डी-कंपनी के 10 सदस्यों के खिलाफ चार्जशीट फाइल कर सकती है। दाऊद-गिरोह के इन सदस्यों को नरेंद्र मोदी के सत्ता सँभालने के तुरंत बाद भारत में तनाव फैलाने और अन्य धार्मिक नेताओं को निशाना बनाने का काम दिया गया था ,जिसके लिए आरएसएस के नेताओं की लिस्ट तैयार की गयी थी।

याकूब की फांसी का बदला लेना ही था मकसद 

गुजरात में दो दक्षिणपंथी नेताओं शिरीष बंगाली और प्रग्नेश मिस्त्री की हत्या में पकड़े गए शूटर्स ने कबूल किया था कि उन्होंने 1993 के मुंबई के सीरियल धमाकों के आरोपी याकूब को फांसी पर लटकाने के बाद उसका बदला लेने के लिए इन हत्याओं को अंजाम दिया।

हालांकि ,जांच के दौरान NIA को पता चला कि डी-कंपनी के पाकिस्तान स्थित सदस्य जावेद चिकना और साउथ अफ्रीका मूल के जाहिद मियां उर्फ ‘जाओ’ हिंदू नेताओं की हत्या के मास्टरमाइंड थे। उनकी दूसरे धार्मिक नेताओं और चर्चों पर हमला करने की योजना थी ताकि देश में तनाव फैल सके।

दाऊद के खिलाफ चार्जशीट
इस मामले में जांच एजेंसी अपनी चार्जशीट में दाऊद का नाम नहीं देगी। दाऊद के खिलाफ सबूत मिलने के बाद उसके नाम की एक सप्लिमेंटरी चार्जशीट दाखिल की जाएगी।

बता दें कि जाओ और चिकना के ताजा तस्वीरों के साथ पहले ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चूका है। चिकना का नाम 48 मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों में शामिल है। इस लिस्ट में हाफिज सईद और दाऊद के नाम भी हैं।

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