नेताओ की जमीनी हकीकत जानने के लिये प्रशान्त किशोर की टीम ‘ग्राउड रिएलिटी टेस्ट’ करने जा रही है जिसके बाद से कांग्रेस के कई जिलाअध्यक्षो की सांसे अटक गई है।

सूबे की सियासत में लगभग हाशिये पर जा पहुंची कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने का दम भर रहे रणनीतिकार प्रशांत किशोर की सात टीमें आगामी 8 मई से लेकर 22 मई तक उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के 14 मंडलों में जाकर कांग्रेस नेताओं की जमीनी हकीकत का पता लगाने कोशिश करेंगी।

पीके की यह टीमें अगली 8 मई से कानपुर, झांसी, चित्रकूट, अलीगढ़, मेरठ, आगरा, सहारनपुर, देवीपाटन, फैजाबाद, बस्ती, मिर्जापुर, बरेली,  मुरादाबाद और आजमगढ़ मंडलों के तहत आने वाले जिलों का दौरा करेंगी।

इससे पहले, प्रशान्त किशोर की 8 सदस्यीय तीन टीम विगत 26 अप्रैल से 3 मई  के बीच प्रदेश के  वाराणसी, इलाहाबाद और गोरखपुर का दौरा कर चुकी हैं।

पीके की ये टीम चयनित प्रत्येक जिले में दो दिन रुककर पहले दिन जिला कांग्रेस कमिटी कार्यालयों में शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों, उपाध्यक्षों और महासचिवों से और दूसरे दिन ब्लॉक अध्यक्ष, फ्रन्टल संगठन, विभाग और प्रकोष्ठ के जिला या शहर अध्यक्षों से चर्चा करेंगी।

सूत्रों के अनुसार, महासचिव मधुसूदन मिस्त्री, कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल खत्री और प्रशांत किशोर 10 मई को लखनऊ में प्रदेश की सभी ब्लॉक अध्यक्षों की बैठक करेंगे।

इसके बाद पीके 11 मई को वाराणसी मंडल, 12 मई में इलाहाबाद मंडल और 13 मई में गोरखपुर मंडल के सभी कांग्रेस नेताओं से लखनऊ में विचार-विमर्श करेंगे।

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