उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने अपने घोषणा पत्र के वादों को पूरा करना शुरू कर दिया है, जिसके तहत सोमवार 20 मार्च से सूबे में सारे अवैध कत्लखानों या बूचड़खानों को बंद करने का काम शुरू कर दिया गया है।

इलाहाबाद से हुई शुरुआत:

  • उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपने घोषणा पत्र के वादों को पूरा कर दिया है।
  • जिसके तहत सोमवार 20 मार्च से सूबे में सभी अवैध कत्लखानों और बूचड़खानों को बंद किये जाने की शुरुआत हो चुकी है।
  • भाजपा सरकार ने बूचड़खानों को बंद करने का सिलसिला सूबे के इलाहाबाद जिले से शुरू कर दिया गया है।
  • जिसके तहत इलाहाबाद के करेली में एक बूचड़खाने को बंद कर दिया गया है।
  • इसके साथ ही एक अन्य बूचड़खाने को भी बंद कर दिया गया है।

नगर निगम ने कार्रवाई:

  • भाजपा सरकार ने सोमवार से अपने घोषणा पत्र के अपने वादों को पूरा करने की शुरुआत कर दी है।
  • जिसके तहत इलाहाबाद में दो अवैध बूचड़खानों को बंद कर दिया गया है।
  • इलाहाबाद नगर निगम ने इन अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई की।

क्या होता है अवैध बूचड़खाना?:

  • बूचड़खाने दो प्रकार से अवैध होते हैं।
  • पहला जब बूचड़खाने के बनने की प्रक्रिया में कानून से छेड़छाड़ हुई हो।
  • इसके अलावा दूसरा जब बूचड़खानों में गायों को भी काटना शुरू कर दिया जाता है।
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