• सरकार ने प्रमाणित बीजों के वितरण पर अनुदान की योजना के तहत दलहनी एवं तिलहनी फसलों के बीजों पर विशेष प्रोत्साहन हेतु किसानों को उन्नतशील प्रजातियों पर अनुदान दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है।
  • वर्ष 2016-17 में दलहनी फसलों-उर्द, मूंग, अरहर, चना, मटर एवं मसूर को प्रोत्साहित किए जाने के उद्देश्य से दलहनी फसलों की 15 वर्ष तक की सभी प्रजातियों के बीजों पर 2,000 रुपए प्रति कुन्तल का अनुदान दिया जाएगा।
  • रबी दलहन-चना, मटर एवं मसूर के बीजों पर 1,500 रुपए प्रति कुन्तल का अनुदान दिए जाने का निर्णय लिया गया है।
  • खरीफ तिलहन-तिल, मंगफली एवं सोयाबीन की समस्त प्रजाति पर 1,500 रुपए प्रति कुन्तल तथा रबी तिलहन-राई, सरसों, तोरिया एवं अलसी की समस्त प्रजाति पर 800 रुपए प्रति कुन्तल का अनुदान दिया जाएगा।
  • तिल की प्रजातियों को बढ़ावा देने हेतु तिल के बीज पर बुन्देलखण्ड के 7 जनपदों के अतिरिक्त जनपद मिर्जापुर, सोनभद्र एवं फतेहपुर में भी तिल के बीज पर अतिरिक्त अनुदान दिए जाने का निर्णय लिया गया है।
  • बुन्देलखण्ड के 7 जनपदों सहित इन सभी 10 जनपदों में वर्ष 2016-17 में तिल बीज वितरण पर राज्य सेक्टर से 88 रुपए किलोग्राम की दर से विशेष अनुदान दिए जाने का निर्णय लिया गया है।
  • वित्तीय वर्ष 2016-17 में राज्य सेक्टर से प्रदेश के समस्त जनपदों में दलहन एवं तिलहन के प्रमाणित बीजों के वितरण पर कुल प्रस्तावित अनुदान के तौर पर  27.90 करोड़ रुपए का व्यय अनुमानित है।
  • केन्द्र पोषित योजना के अन्तर्गत देय अनुदान तथा राज्य सरकार से देय अनुदान बीज मूल्य के 50 प्रतिशत तक की सीमा तक उपलब्ध कराया जाएगा।
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