भारत में इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.

वास्को-डा-गामा का भारत में आगमन :

  • पुर्तगाली एडमिरल वास्को-डा-गामा का आज ही के दिन सन 1498 में भारत आगमन हुआ था.
  • बताया जाता है कि वे पहले ऐसे यूरोपियन थे जिनका भारत में प्रवेश हुआ था.
  • उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान केप ऑफ़ गुड होप जो कालीकट केरल में स्थित है से प्रवेश किया था.
  • अपनी यात्रा के दौरान उनके पास तीन पोत थे जिसके साथ उन्होंने अपनी यात्रा को पूरा किया था.
  • अपने भारत में आगमन के बाद उन्होंने कालीकट के जेमेरिन से भेंट की थी.
  • जिसके बाद अपने भारत में निवास के दौरान वे देश के छतें गवर्नर और दूसरे वाइसराय बने थे.

अन्य कुछ झलकियाँ :

  • 1540 में आज ही के दिन शेर शाह सूरी ने हुमायूं को कन्नौज के युद्ध में दूसरी बार हराया था.
  • 1857 में आज ही के दिन बहादुरशाह द्वितीय देश के राजा घोषित किये गए थे.
  • 1980 में आज ही के दिन वीएस कुमार आनंद द्वारा एक ही पैर पर करीब 33 घंटे खड़े रहने का रिकॉर्ड बनाया गया था.
  • 1995 में आज ही के दिन देश के तीन उत्तरपूर्वी राज्यों द्वारा प्रतिबंधित क्षेत्र परमिट(RAP) को ख़त्म कर दिया गया था.
  • 1999 में आज ही के दिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी द्वारा अपने पद से इस्तीफा दे दिया गया था.
  • परंतु कांग्रेस की समिति जिसके CWC भी कहते हैं द्वारा इसे नामंजूर कर दिया गया था.
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