स्वास्थ सेवाओं को लेकर सरकार गंभीर है।आज कल जो हमारी दिनचर्या है उससे हमारा स्वास्थ्य और बिगड़ता जा रहा है।  जिसमे सुधार की जरुरत है।इसी कड़ी में एक कदम आगे बढ़ाते हुए मोबाइल मेडिकल यूनिट (MMU) के माध्यम से उतर प्रदेश के घर घर तक या यूं कहे की दूरदराज के इलाकों तक स्वास्थ सेवाएं पहुंचाने की तैयारी है। इसके कुल 150 MMU तैयार की जा रही हैं।  साथ ही टेलीमेडिसिन को भी नए स्वरुप में प्रस्तुत करने की तैयारी है। ये जानकारी बीते दिनों उत्तर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने दी थी। जिस पर जल्द से जल्द अमल की तैयारी है।

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7500 डॉक्टर्स और 18500 पैरामेडिकल स्टाफ की है कमी

  • जानकारी के मुताबिक बेहतर स्वास्थ सेवाएं देने के लिए उत्तर प्रदेश को चार क्लस्टर में बांटा जायेगा।
  • MMU में इमरजेंसी में उपयोग में आने वाले  फर्स्ट एड से सम्बंधित  सभी उपकरण होंगे।
  • मोबाइल से फ़ोन करते हे MMU  तुरंत ही मरीज के घर पहुंच जाएगी।
  • यदि मरीज का इलाज उसके घर पर संभव हो सका तो वही मरीज का इलाज किया जायेगा।
  • साथ ही यदि जरुरत हुई तो मरीज को MMU किसी और बड़े अस्पताल भी  जाएगी।
  • आपको बता दें की करीब हमारे देश की 11 करोड़ जनता सरकारी  इलाज कराने के लिए आती है।
  • वही दूसरी ओर इन अस्पतालों में 7500 डॉक्टर्स और करीब 18500 पैरामेडिकल स्टाफ की कमी है।
  • ऐसे में स्वास्थ को दुरुस्त करने का काम बहुत तेजी से किया जा रहा है।
  • हर व्यक्ति तक स्वास्थ सेवाएं पहुंचाने के लिए टेलीमेडिसिन पद्धति को अपनाया जायेगा।
  • गरीब मरीजों को उनके घरों के पास ही इलाज की सुविधाएं उपलब्ध करने की कोशिश की जाएगी।
  • साथ मरीजों की रिपोर्ट को ऑनलाइन किया जायेगा ताकि उन्हें उनके ही जिले में रिपोर्ट मिल जाये।
  • इससे मरीजों के साथ ही उनका इलाज करने वाले डॉक्टर्स को भी सुविधा हो जाएगी।
  • इसे जल्द से जल्द पूरा करने के लिए सभी अधिकारीयों को निर्देश दिए गए है।
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