वर्तमान में हमारी आपकी दिनचर्या काफी ख़राब हो चुकी है. देर रात तक जागना अब आम हो चुका है।  ख़ास कर के आज की युवा पीड़ी तो इससे और ज्यादा प्रभावित है। यही वजह है की हर किसी को ये डर सताता रहता है की कही उसे डायबिटीज न हो जाये। डायबिटीज की आशंका वाले ऐसे मरीजों के लिए एक खुशखबरी है। हालही में हुए एक रिसर्च के मुताबिक वैज्ञानिकों ने एक ऐसा यंत्र तैयार किया है जो कि ब्लड से नहीं बल्कि मरीज के पसीने की जांच करने के बाद बता देगा कि उसे डायबिटिज होने वाला है या नहीं है या वर्तमान में उस मरीज की डायबिटीज किस स्थिति में है।

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रिसर्च में हुआ खुलासा

  • हालही में  विदेश में डायबिटीज से सम्बंधित एक शोध में रिसर्च टीम ने इसका खुलासा किया।
  • आपको बता दें की अब तक ऐसा कहा जाता था की डायबिटीज का पता ब्लड टेस्ट ही चलता है।
  • ज्यादातर लोगो में डायबिटीज की बीमारी जेनेटिक होती है। जिसका पता पहले नहीं चल पाता है।
  • लेकिन अब इस नए यंत्र के माध्यम से पसीने के साथ डायबिटीज पर भी नजर रखेगा।
  • इस यंत्र को मरीज अपनी जेब में भी रख सकता है।
  • इसके अलावा अन्य स्थिति में इसे गले में भी पहना जा सकता है।
  • इस दौरान भी यंत्र में लगे संवेदनशील उपकरण मरीज की बीमारी पर भी ध्यान रखेगा।
  • यह उपकरण मरीज के पसीने में डायबिटीज से जुड़े तीन योगिक की सूक्ष्म से सूक्ष्म मात्रा को पहचान लेता है।
  • शोधकर्ताओं के मुताबिक यह योग एक एक दूसरे से जुड़े रहते हुए पसीने में बने रहते हैं।
  • इस यंत्र के आधार पर डायबिटीज के लक्षणों को आसानी से पकड़ा जा सकेगा।
  • डायबिटीज में टाइप 2 बहुत तेजी से लोगों को प्रभावित करता है।
  • अगर इस बीमारी का प्रबंधन सही तरीके से किया जाए तो इसके नुकसान से बचा जा सकता है।
  • डायबिटीज में इलाज के साथ अगर अनुशासित जीवन व्यतीत करते हुए व्यायाम पर ध्यान दिया जाए तो इस बीमारी पर नियंत्रण रखा जा सकता है।
  • उनका मानना है कि यहां भी डायबिटीज के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। ज्यादातर युवाओं में डायबिटीज हो रही है।
  • बदलते परिवेश में हर क्षेत्र में कंपटीशन के चक्कर में व्यायाम वह सही भोजन नहीं हो पाता है।
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