हमारे देश में हर साल भारतीय सीमाओं की सुरक्षा कितने ही सैनिक अपने प्राणों की आहुति दे देते हैं, ये मातृभूमि की रक्षा का जज्बा ही है कि, देश का सैनिक बगैर किसी मांग के अपने प्राणों को देश के लिए न्यौछावर कर देता है। बदले में सरकारों की ओर से शहीद सैनिकों के परिवारों से कई तरह के वादे किये जाते हैं, लेकिन हकीकत में सरकारें शहीदों के परिवारों(martyr father) को किये गए वादों को लेकर कितनी गंभीर हैं ये हम आपको बताते हैं।

शहीद मनोज तलवार के परिजनों को भारत सरकार के वादों के पूरा होने का इन्तजार आज भी(martyr father):

  • मेरठ जिले के शहीद मनोज तलवार का परिवार आज भी सरकार के वादे पूरे करने का इन्तजार कर रहे हैं।
  • मेजर मनोज तलवार साल 1999 में हुए कारगिल युद्ध में ऑपरेशन विजय में शहीद हो गये थे।
  • जिसके बाद हर बार की तरह सरकार द्वारा इस बार भी वादों की लम्बी-लम्बी झड़ी लगायी गयी थी।
  • लेकिन जब शहीद मनोज के पिता से सरकार के वादों की जानकारी ली गयी तो,
  • हैरान करने वाली सच्चाई सामने आई है।
  • नम आँखों से शहीद के पिता बताते हैं कि,
  • वो समय उनके लिए ही नहीं देश के लिए भी गौरव पूर्ण था।
  • शहीद के पिता अपने बेटे की शहादत पर फक्र करते हैं
  • पर सरकार की तरफ से किये गए वादों से वो खुश नहीं हैं।
  • उनके अनुसार, वादे काफी किये गए लेकिन उनके पूरे होने का इंतजार उन्हें आज भी है।

वीडियो:

https://www.youtube.com/watch?v=ol3mWrjBZmc&feature=youtu.be

भारत सरकार ने पूरे किये वादे, राज्य सरकार भूल गयी(martyr father):

  • शहीद मेजर के पिता ने आगे बताया कि, भारत सरकार ने अपने सारे वादे पूरे किये थे।
  • लेकिन राज्य सरकार अपने वादों को पूरा नहीं कर पायी और जिन्हें पूरा किया उनका होना न होने के बराबर है।
  • शहीद के पिता पी.एस तलवार ने आगे बताया कि, राज्य सरकार ने कई शर्तें लगाकर एक जमीन देने की बात कही थी।
  • इसके साथ ही 5000 रूपया प्रतिमाह की पेंशन का वादा किया गया था।
  • जिस पर शहीद के पिता ने कहा कि, उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य के हिसाब से 5000 क्या हैं?
  • साथ ही शहीद के पिता कहते हैं कि, पैसे की कोई कीमत नहीं है, बस सम्मान चाहिए।

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