‘कितने आदमी थे…’ यह डायलाग आज भी बच्चे-बच्चे की ज़ुबान पर है, शोले का ये डायलाग बोलते ही ये रातोंरात सुपरविलन बन गए, इस डायलाग से इनका नाम देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में छा गया. हम बात कर रहे है ‘शोले’ के गब्बर सिंह यानी अमज़द खान की. आज अमज़द खान का 74वां जन्मदिन है. बता दें कि गब्बर का किरदार निभाने के बाद अमज़द खान को लोग उनके असली भूलकर गब्बर के नाम से ही जानने लगे.

130 से ज्यादा फिल्मों में किया काम-

 

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  • अमजद खान का जन्म 12 नवंबर 1940 को पेशावर, ब्रिटिश इंडिया (अब पाकिस्तान) में हुआ था.
  • उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुवात 1957 में ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ से की.
  • गब्बर ने अपने करियर में 130 से भी ज्यादा फिल्मों में अपने अभिनय का जादू बिखेरा है.
  • उनके अभिनय करियर में ‘शोले’, ‘परवरिश’, मुक्कदर का सिकंदर’, ‘लावारिस’, हीरालाल-पन्नालाल’, ‘सीतापुर की गीता’, ‘हिम्मतवाला’ और ‘कालिया’ जैसी फिल्में शामिल है.

गब्बर का किरदार यादगार-

 

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  • अमजद खान ने गब्बर का किरदार इनती शिद्दत से निभाया की  लोग इतने सालों बाद भी गब्बर के किरदार याद रखे हुए है.
  • पर क्या आपको मालूम है की जिस किरदार ने अमज़द खान को स्टार बनाया वो रोल पहले किसी और को ऑफर किया गया था.
  • दरअसल गब्बर की भूमिका के लिए दमदार आवाज़ की डिमांड थी.
  • इसके लिए पहले डैनी को चुना गया.
  • लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि अमजद खान को इस किरदार के लिए चुना गया.
  • उसके बाद जो इतिहास रचा गया वो आपके सामने है.
  • गब्बर ने 27 जुलाई 1992 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था.
  • लेकिन उनकी आवाज़ और दमदार अभिनय आज भी उनकी याद दिलाते है.

 

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