हिन्‍दी सिनेमा को आगे बढ़ानेे में कपूर खानदान ने बेहद महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस परिवार ने पीढ़ी दर पीढ़ी हिन्‍दी फिल्‍मों में अभिनय किया है और अपनी प्रतिभा के जरिये हिन्‍दी फिल्‍मों में जान डाली है। एक दौर ऐसा भी था जब कपूर खानदान की महिलायें हिन्‍दी फिल्‍मो में काम नही करती थी। इस खानदान के पुरूषों को ही फिल्‍मों में काम करने की अनुमति थी।

कपूूर परिवार की इस परम्‍परा को वैैसे तो शशि कपूर की बेटी संंजना कपूर ने तोड़ा लेकिन उन्‍हें फिल्‍मों में खास सफलता नहीं मिली। सही मायनों में कपूर खानदान की जिस बेटी ने हिन्‍दी फिल्‍मो में कामयाबी हासिल की वो करिश्‍मा कपूूर ही थी।

करिश्‍मा कपूूर का जन्‍म 25 जून 1074  में हुआ था। करिश्‍मा ने बेहद कम उम्र में ही फिल्‍मों में काम करना शुरू कर दिया था। उनकी पहली फिल्‍म 1991 में आई प्रेेम थी। करिश्‍मा को पहले बॉबी देयोल के साथ लांच करने की योजना बनाई जा रही थी, लेकिन बॉबी की फिल्‍म शुुरू होने में वक्‍त था इसलिए करिश्‍मा में इंंतजार करना ठीक नही समझा और प्रेेम कैदी से अपना फिल्‍मी सफर शुरू कर दिया।

जब उनकी पहली फिल्‍म आई थी तो उनके अन्‍दर आत्‍मविश्‍वास की बेहद कमी थी। वो अपने मासूम चेहरे की वजह से अपनी उम्र से काफी छोटी दिखाई देती थी। पहली फिल्‍म के बाद उनके लुक को लेकर काफी मजाक बनाया गया। किसी ने उन्हें लेडी रणधीर कपूर कहा तो कुछ ने कहा कि वे लड़के जैसी दिखाई देती हैं।
लुक के लिए काफी आलोचनाये झेेलने के बावजूद करिश्मा को साइन करने के लिए निर्माताओं में होड़ मच गई। इसके पीछे उनका कपूर खानदान से होना था। ‘प्रेम कैदी’ सफल रही और 1992 में करिश्मा 6 फिल्में रिलीज हुईं।
करिश्‍मा कपूर को राजा हिन्‍दुस्‍तानी और फिजा के लिए बेस्‍ट एक्‍ट्रेस का अवार्ड भी मिल चुका है। तमाम हिट फिल्‍म देने के बाद 2002 में उन्‍होने अभिषेक के साथ सगाई भी की। ये सगाई बेहद जल्‍द टूट गई और इसके टूूटने के बाद 2003 में उन्‍हाेंने संजय कपूर के साथ शादी कर ली। अब करिश्‍मा कपूर और संजय कपूर के बीच तलाक हो गया है और ये दोनो अलग अलग अपना जीवन गुजार रहे हैंं।
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