जॉन अब्राहम और रोहित धवन की फिल्‍म ढिशुम एक मसाला फिल्‍म है। ये फिल्‍म दर्शको को कही पर भी बोर होने का मौका नही देती। फिल्‍म की कहानी भारत के एक प्रमुख क्रिकेटर के किडनैप होने से शुरू होती है। ये कहानी इस किडनैप हुए खिलाड़ी की तलाशी के इर्द-गिर्द घूमती है। इस क्रिकेटर को ढूढने की जिम्‍मेदारी पुलिस ऑफिसर कबीर शेरगिल को दी जाती है। कबीर शेरगिल का किरदार जॉन अब्राहम निभा रही है। किक्रेटर को ढूढने में कबीर शेरगिल की मदद मिडिल ईस्‍ट से जुनैद अंसारी (वरुण धवन) करता है। दोनो के पास 36 घंटे का समय है। वे ऐसा कर पाते है या नहीं। आखिर विराज की किडनैपिग के पीछे किसका हाथ और क्‍या मकसद है। इन सवालों के जवाब जानने के लिए आपको सिनेमाघरों का रूख करना पड़ेगा।

गौरतलब है कि फिल्‍म की कहानी रोहित घवन ने लिखी है। फिल्‍म की कहानी में भले ही कोई नयापन ना हो लेकिन अच्‍छे स्‍क्रीनप्‍ले की वजह से ये ऑडियंस को बाधें रखती है। फर्स्ट हाफ में रोहित ने कुछ कॉमिक सीन डाले हैं, जो ऑडियंस को ठहाके लगवाने में सक्सेसफुल रहते हैं। वहीं, सेकंड हाफ में फाइट और रोमांस सीक्वेंस ऑडियंस को भरपूर एंटरटेन करती हैं।

इस फिल्म में जॉन अब्राहम ज्यादातर अपनी बॉडी दिखाते नजर आए हैं। उन्हें एक्टिंग पर थोड़ी सी मेहनत और करनी चाहिए थी। वहीं, वरुण धवन उसी अंदाज में दिखे हैं, जिन्हें ‘मैं तेरा हीरो’ जैसी फिल्मों में देखा जा चुका है। हां, उनके वन लाइनर्स जरूर ऑडियंस को एंटरटेन करते हैं। विलेन वाघा के रोल में अक्षय खन्ना की सफल वापसी कही जा सकती है। लेकिन फिल्म का सरप्राइज अक्षय कुमार हैं, जो एक से डेढ़ मिनट के कैमियो के बावजूद बाक़ी स्टार्स पर भारी पड़ते हैं। साकिब सलीम और जैकलीन फर्नांडीज ने अच्छा काम किया है।

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