इटावा जिले में गौवंश संरक्षण और देखभाल के लिए विभिन्न स्थायी और अस्थायी गौशालाएँ कार्यरत हैं। प्रशासन द्वारा इन गौशालाओं [ Etawah Gaushala ] में चारे, चिकित्सा सुविधाओं और सुरक्षा का विशेष प्रबंध किया गया है।
गौशाला: उत्तर प्रदेश की सभी गौशालाओं (UP Gaushala) का विवरण
1. इटावा जिले की प्रमुख गौशालाएँ [ Etawah Gaushala ]
इटावा में कुल 75+ गौशालाएँ कार्यरत हैं, जिनमें से कई स्थायी और वृहद गौसंरक्षण केंद्र हैं। जिले में लगभग 9,642 गौवंश संरक्षित किए गए हैं।
अस्थायी आश्रय स्थल (Asthayi Ashray Sthal)
इटावा जिले में प्रमुख अस्थायी गौशालाएँ निम्नलिखित हैं:
- महेवा, अहेरिपुर – 147 गोवंश
- महेवा, भरेईपुर – 102 गोवंश
- महेवा, हलुहरजीपुर – 143 गोवंश
- महेवा, बहादुरपुर घर – 137 गोवंश
- महेवा, इंद्रोसी – 65 गोवंश
- महेवा, लुधियाना – 115 गोवंश
- जसवंत नगर, नागला रामसुंदर – 264 गोवंश
- चकरनगर, सहसों – 364 गोवंश
- ताखा, समथर – 250 गोवंश
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वृहद गौसंरक्षण केंद्र (Vrihad Gau Sanrakshan Kendra)
- परौली रामायण (बासरेहर, इटावा) – 560 गोवंश
- थरी (भरथना, इटावा) – 363 गोवंश
- कंधनी (बरहपुरा, इटावा) – 136 गोवंश
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कान्हा उपवन (Kanha Upvan)
- इटावा कान्हा उपवन – 0 गोवंश
- भरथना कान्हा उपवन – 0 गोवंश
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2. कुल आंकड़े [ Etawah Gaushala ]
✔ कुल गौशालाएँ: 75+
✔ कुल गोवंश की संख्या: 9,642+
✔ सबसे बड़ी गौशाला: परौली रामायण गौसंरक्षण केंद्र (560 गोवंश)
✔ सबसे छोटी गौशाला: इंद्रोसी (65 गोवंश)
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3. इटावा की गौशालाओं में हुई प्रमुख घटनाएँ (2022 से अब तक) [ Etawah Gaushala ]
➤ सितंबर 2022 – सहसों गौशाला में चारे की कमी [ Etawah Gaushala ]
- 150 से अधिक गोवंश बीमार हुए, प्रशासन ने चारे की आपूर्ति की।
➤ जनवरी 2023 – परौली रामायण गौसंरक्षण केंद्र में आगजनी
- शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी, जिसमें 20 गोवंश झुलस गए।
- दमकल विभाग द्वारा स्थिति नियंत्रित की गई।
➤ मई 2023 – लोहाड़ा गौशाला में जलभराव की समस्या
- भारी बारिश के कारण जलभराव हुआ, 50 से अधिक गोवंश प्रभावित हुए।
- प्रशासन ने जल निकासी के आदेश दिए।
➤ जुलाई 2023 – ताखा गौशाला में संक्रमण फैला
- 200 से अधिक गोवंश बीमार हुए, जिनमें से 30 की मौत हो गई।
- पशु चिकित्सकों की टीम तैनात की गई।
➤ दिसंबर 2023 – गोवंश चोरी की घटनाएँ बढ़ीं
- इटावा नगर निगम क्षेत्र से 12 गोवंश चोरी हुए।
- पुलिस ने जांच शुरू की और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई।
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4. अब तक हुई कुल मौतें और बीमार गोवंश (2022-2024) [ Etawah Gaushala ]
✔ कुल मृत गोवंश: 250+
✔ बीमार हुए गोवंश: 750+
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5. प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम
✔ गौशालाओं में चारे और पानी की आपूर्ति बढ़ाई गई।
✔ बीमार पशुओं के इलाज हेतु पशु चिकित्सकों की टीम तैनात की गई।
✔ स्थानीय निकायों द्वारा गौशाला प्रबंधन की निगरानी बढ़ाई गई।
✔ जलभराव और आगजनी जैसी समस्याओं के समाधान के लिए विशेष फंड जारी किया गया।
इटावा जिले की गौशालाओं (Etah Gaushala, Gaushala in Etawah) में गोवंश की सुरक्षा और उचित प्रबंधन के लिए प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, कुछ गौशालाओं में संसाधनों की कमी और प्रबंधन में लापरवाही के कारण मौतों और बीमारियों की घटनाएँ बढ़ रही हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है।
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