फतेहपुर जिले में गौवंश संरक्षण के लिए कई अस्थायी एवं स्थायी गौशालाएँ (Fatehpur Gaushala) संचालित की जा रही हैं। जिले में कुल 65+ गौशालाएँ हैं, जिनमें 19,449 से अधिक गोवंश संरक्षित हैं। प्रशासन द्वारा इन गौशालाओं में चारा, चिकित्सा सुविधाएँ और सुरक्षा का उचित प्रबंध किया जाता है।
1. फतेहपुर जिले की प्रमुख गौशालाएँ (Fatehpur Gaushala List)
➤ अस्थायी आश्रय स्थल (Asthayi Ashray Sthal)
फतेहपुर जिले में विभिन्न स्थानों पर स्थित अस्थायी गौशालाएँ निम्नलिखित हैं:
- रौशनपुर टेकारी, ऐरायां – 95 गोवंश
- विक्रमपुर, ऐरायां – 211 गोवंश
- देवारा, ऐरायां – 152 गोवंश
- उकथू, धाता – 193 गोवंश
- बिच्छियावन, धाता – 252 गोवंश
- चखाता, खजुहा – 325 गोवंश
- बिंदौर, खजुहा – 305 गोवंश
- फतेहनगर कर्सुमा, बहुआ – 288 गोवंश
- शाह, बहुआ – 102 गोवंश
- सतो जोगा, हसवा – 381 गोवंश
- मंसूरपुर मोधनपुर, तेलियानी – 183 गोवंश
- रावतपुर, मलवां – 708 गोवंश
- गड़हा, विजयपुर – 1060 गोवंश
- सरकंडी, असोथर – 248 गोवंश
➤ वृहद गौसंरक्षण केंद्र (Vrihad Gau Sanrakshan Kendra)
- सुल्तानपुर घोश, ऐरायां – 206 गोवंश
- भेवलि, खजुहा – 359 गोवंश
- बैजनाथी, तेलियानी – 381 गोवंश
- बुढ़वा, अमौली – 378 गोवंश
- कोंडार, असोथर – 485 गोवंश
- तरापुर भीतौरा, भीतौरा – 394 गोवंश
- शंखा, बहुआ – 296 गोवंश
- भैसौली, देवमई – 193 गोवंश
➤ कान्हा उपवन (Kanha Upvan)
- फतेहपुर कान्हा गौशाला, नगर पालिका फतेहपुर – 660 गोवंश
- खागा कान्हा गौशाला, नगर पंचायत खागा – 408 गोवंश
2. कुल आंकड़े (Fatehpur Gaushala Total Statistics)
✔ कुल गौशालाएँ: 65+
✔ कुल गोवंश की संख्या: 19,449+
✔ सबसे बड़ी गौशाला: गड़हा, विजयपुर (1,060 गोवंश)
✔ सबसे छोटी गौशाला: रौशनपुर टेकारी, ऐरायां (95 गोवंश)
3. फतेहपुर जिले में 2022 के बाद हुई प्रमुख घटनाएँ (Fatehpur Gaushala)
➤ जुलाई 2022 – बाढ़ से कई गौशालाओं में जलभराव
भारी बारिश के कारण बुढ़वा, बैजनाथी और गड़हा गौशालाओं में जलभराव हुआ, जिससे 150+ गोवंश बीमार हो गए। प्रशासन ने तत्काल जल निकासी का कार्य किया और सूखा चारा उपलब्ध कराया।
➤ दिसंबर 2022 – देवारा गौशाला में चारे की कमी
200 से अधिक गोवंशों को चारे की कमी से जूझना पड़ा। स्थानीय प्रशासन ने 10 टन हरा चारा भेजा और आपूर्ति बढ़ाने का निर्देश दिया।
➤ मार्च 2023 – भेवलि गौसंरक्षण केंद्र में आगजनी की घटना
शॉर्ट सर्किट से लगी आग में 25 गोवंश झुलस गए, जिनमें से 10 की मौत हो गई। दमकल विभाग ने राहत कार्य किया और प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी।
➤ जून 2023 – कान्हा उपवन गौशाला में संक्रमण फैला
250+ गोवंश संक्रमित हुए, जिनमें से 30 की मौत हो गई। पशु चिकित्सकों की विशेष टीम को तैनात किया गया और टीकाकरण अभियान चलाया गया।
➤ अक्टूबर 2023 – गोवंश चोरी की घटनाएँ बढ़ीं
खागा कान्हा गौशाला से 15 गोवंश चोरी हुए। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की और रात की गश्त बढ़ाई गई।
4. अब तक हुई कुल मौतें और बीमार गोवंश (2022-2024) (Fatehpur Gaushala)
✔ कुल मृत गोवंश: 250+
✔ बीमार हुए गोवंश: 1,200+
5. प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम
✔ गौशालाओं में चारे और पानी की आपूर्ति बढ़ाई गई।
✔ बीमार पशुओं के इलाज हेतु पशु चिकित्सकों की टीम तैनात की गई।
✔ स्थानीय निकायों द्वारा गौशाला प्रबंधन की निगरानी बढ़ाई गई।
✔ जलभराव और आगजनी जैसी समस्याओं के समाधान के लिए विशेष फंड जारी किया गया।
Fatehpur Gaushala में गोवंश की सुरक्षा और उचित प्रबंधन के लिए प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, कुछ गौशालाओं में संसाधनों की कमी और प्रबंधन में लापरवाही के कारण मौतों और बीमारियों की घटनाएँ बढ़ रही हैं। इन समस्याओं को दूर करने के लिए स्थानीय प्रशासन, पशु प्रेमी संस्थाओं और समाज के सहयोग की आवश्यकता है।
यदि आपको किसी विशेष गौशाला के बारे में जानकारी चाहिए, तो कृपया बताएं। 🚩
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