भारत के इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.

रविवार के दिन छुट्टी आज के दिन हुई थी तय :

  • देश भर में रविवार को छुट्टी के रूप में समझा जाता है,
  • ऐसा इसलिए क्योकि पूरा हफ्ता काम करने के बाद छुट्टी ज़रूरी है.
  • परंतु क्या आप जानते हैं कि यह छुट्टी कर और कैसे शुरू हुई,
  • क्योकि पहले रविवार के दिन को छुट्टी नहीं माना जाता था.
  • बताया जाता है कि सन 1890 में रविवार को पहली बार इसकी घोषणा हुई थी,
  • जिसके तहत तय किया गया था कि रविवार को छुट्टी के दिन के रूप में मनाया जाएगा.
  • बता दें कि उस समय देश में अंग्रेज़ी हूकुमत थी लिहाजा यह नियम भी उनके द्वारा ही निकला गया था.
  • परंतु आज के समय में इसे और व्यापक कर दिया गया है जिसमे अब कर्मचारियों को शनिवार और रविवार की छुट्टी मिलती है.

अन्य कुछ झलकियाँ :

  • 1246 में आज ही के दिन दिल्ली के सुलतान अलाउद्दीन मसूद शाह को गद्दी से हटा दिया गया था.
  • 1888 में आज ही के दिन प्रसिद्ध आंदोलनकारी बलराज भल्ला का जन्म हुआ था.
  • 1900 में आज ही के दिन भारतीय सेना के जनरल जयंतीनाथ चौधरी का जन्म हुआ था.
  • 1908 में आज ही के दिन राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता मैरी क्लबवाला जाधव का जन्म हुआ था.
  • 1946 में आज ही के दिन गांधी जी ने अपनी जीत के लिए उत्साहित होने से इंकार कर दिया था.
  • ऐसा इसलिए क्योंकि यह झूठे-हू पर सत्य की विजय नहीं थी.
  • 1955 में आज ही के दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पदुकोण का जन्म हुआ था.
  • 1987 में आज ही के दिन प्रसिद्ध हिंदी फिल्म अभिनेता जीवन का निधन हो गया था.
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