भारत के इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.

कांग्रेस ने आज स्वीकार था विभाजन का प्रस्ताव :

  • सन 1947 में विभाजन एक ऐसी पीड़ा बनके उभरा था जिसके ज़ख्म आज भी ताज़ा है.
  • आपको बता दें कि यह विभाजन का सुझाव अंगेजी लार्ड माउंटबैटन द्वारा प्रस्तावित किया गया था.
  • जिसके लिए ख़ास तौर पर ब्रिटेन से रेडक्लिफ को बुलावा भेजा गया था,
  • ताकि वे आकर भारत को विभाजित कर सकें.
  • आपको बता दें कि इसके लिए उस समय पर मौजूद रही कांग्रेस पार्टी से स्वीकार्यता हासिल करना बड़ा काम था.
  • जिसके लिए पार्टी द्वारा एक खाद कार्यकारिणी बैठक बुलाई गयी थी.
  • बता दें कि इस बैठक में पार्टी के सभी दिग्गज सामिल हुए थे जिनकी स्वीकृति के बाद इस विभाजन के कार्य को प्रयोग में लाया गया.
  • बता दें कि इस विभाजन के बाद भारत अब दो देशों में बंट चुका था.
  • जिसमे से एक था भारत और दूसरा बना था मुसिलम देश पाकिस्तान जिनके रिश्ते आज भी ठीक नहीं हो पाए हैं.

अन्य कुछ झलकियाँ :

  • 1659 में आज ही के दिन औरंगजेब को दिल्ली का सुलतान घोषित कर दिया गया था.
  • 1908 में आज ही के दिन पहली बार देश में स्टॉक एक्सचेंज खोला गया था जिसके संस्थापक बलदेदास ददानवाला थे.
  • 1948 में इम्पीरियल बैंक के गवर्नर  राजा अननामलाई चेतियार का निधन हो गया था.
  • 1953 में आज ही के दिन इंटरनल एयर रूट कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया की स्थापना हुई थी.
  • 1982 में आज ही के दिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा आदेश दिया गया था कि देश के सभी बच्चों को शिक्षा का अधिकार है.
  • 1986 में आज ही के दिन क्रिकेटर के.के. तारापोर मोटर स्कूटर दुर्घटना में मारे गए थे.
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