भारत का इतिहास हमेशा से ही अपने-आप में एक मिसाल के तौर पर उभरा है। यहाँ पर होने वाली सभी गतिविधियाँ हमेशा से ही अपने साथ इन दिनों की महत्ता लेकर आते हैं। इस देश का इतिहास अपने-आप में एक मिसाल है और हमेशा ही रहेगा। इस देश का हर एक दिन इतना ख़ास रहा है कि यह इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है।

आज के दिन हुई नागरी प्रचारिणी सभा का स्थापना :

  • 16 जुलाई 1893 में वाराणसी में ‘काशी नागरी प्रचारिणी सभा की स्थापना श्यामसुंदर दास जी द्वारा हुई थी।
  • इस समय अंग्रेजी, उर्दू और फ़ारसी का बोलबाला था।
  • नागरीप्रचारिणी सभा, हिंदी भाषा, साहित्य और देवनागरी लिपि की उन्नति तथा प्रचार और प्रसार करने वाली देश की अग्रणी संस्था है।
  • भारतेंदु हरिश्चंद्र, महावीर प्रसाद द्विवेदी और रांमचंद्र शुक्ल जैसे विद्वानों ने हिन्दी भाषा के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत कार्य किया।
  • कहानीकारों में मुंशी प्रेमचंद्र प्रमुख थे, तो नाटककार के रूप में पंडित जयशंकर प्रसाद अग्रणीय थे।
  • कवियों में ‘हरिऔध’, ‘मैथिलिशरण गुप्त’, ‘सूर्यकांत मणि त्रिपाठी निराला’, ‘महादेवी वर्मा’ आदि प्रमुख थे।
  • ये सभी लोग परोक्ष या अपरोक्ष रूप से ‘काशी नागरी प्रचारिणी सभा’ के हिन्दी विकास कार्यों से प्रभावित थे।
  • इन सभी ने अपनी अपनी तरह से हिंदी भाषा के विकास में अपना भरपूर योगदान दिया।

अन्य कुछ झलकियां :

  • 1856 में हिंदू विधवाओं के पुनर्विवाह की कानूनी मान्यता मिली।
  • 1909 भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाली प्रमुख महिलाओं में से एक अरुणा आसफ अली का जन्म हुआ।
  • 1917 में प्रसिद्ध नाटककार जगदीश्वरचंद्र माथुर का जन्म हुआ।
  • 1968 में भारत के प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी धनराज पिल्लै का जन्म हुआ।
  • 1981 में भारत ने परमाणु परीक्षण किया।
  • 1984 में बॉलीवुड अभिनेत्री कटरीना कैफ का जन्म हुआ।
  • 2005 में प्रसिद्ध कन्नड़ नाटककार के.वी. सुबन्ना का निधन हुआ।
  • 2013 में स्‍कूल में खाना खाने से देश में 27 बच्‍चें की मौत हो गई थी।
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