भारत के इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.

सी राजगोपालाचारी बने थे पश्चिम बंगाल के पहले राज्यपाल :

  • 1947 भारत के इतिहास में एक ऐसा स्वर्णिम वर्ष था जब भारत को अंग्रेजों की हुकूमत से आज़ादी मिलने वाली थी.
  • यह एक ऐसा वर्ष था जब भारत को एक नए स्वतंत्र देश के रूप में उभरना था.
  • जिसके तहत अंग्रेजों को समझ आ चुका था कि वे इस देश में अब टिक नहीं पायेंगे.
  • बता दें कि यह सब हमारे आन्दोलनकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों की दें है.
  • जिसके बाद अंग्रेजों द्वारा मौजूदा पार्टी कांग्रेस से चर्चा कर उन्हें लंदन में एक सरकार बनाने की बात कही थी.
  • बता दें कि कांग्रेस पार्टी द्वारा बिना समय गँवाए यह निर्णय स्वीकार कर लिया गया.
  • जिसके तहत वे जानते थे कि उन्हें अंग्रेजों से आज़ादी कितनी ज़रूरी हो चुकी है.
  • जिसके बाद सभी तरह के विचार करने के बाद सी राजगोपालाचारी को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था.

अन्य कुछ झलकियाँ :

  • 1893 में आज ही के दिन उद्योगपति करमुट्टू थीगराजन चेट्टियार का जन्म तमिलनाडु में हुआ था.
  • 1920 में आज ही के दिन प्रसिद्ध गायक हेमंत चौधरी का जन्म हुआ था.
  • 1925 में आज ही के दिन महान स्वतंत्रता सेनानी, क्रांतिकारी, वक्ता, कवि, पत्रकार और वकील चित्तरंजन दास का निधन हो गया था.
  • 1946 में आज ही के दिन अंग्रेज़ी हुकूमत द्वारा कांग्रेस को सरकार बनाने का प्रस्ताव भेजा गया था.
  • 1950 में आज ही के दिन प्रसिद्ध कलाकार मिथुन चक्रवर्ती का जन्म हुआ था.
  • 1951 में आज ही के दिन नेहरु के विरोधियों ने एक नयी पार्टी का गठन किया था.
  • बता दें कि इस नयी पार्टी का नाम पीपलस पार्टी रखा गया था जिसका गठन नयी दिल्ली में हुआ था.
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