भारत के इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.

दो दिग्गजों को समर्पित किया गया था भारत रत्न :

  • भारत का सर्वोच्च सम्मान जिसे हम भारत रत्न के नाम से भी जानते हैं.
  • यह देश के उन महान दिग्गजों को दिया जाता है जिन्होंने अपने क्षेत्र में नए कीर्तिमान रचे हों.
  • इसी क्रम में आज ही सन 1991 में देश के दो महान दिग्गजों को यह पुरस्कार प्रदान किया था.
  • इन दो महान दिग्गजों का भारत की राजनीति में बहुत बड़ा हाथ था.
  • परंतु उन्हें यह पुरस्कार उनके मर्नोप्रात दिया जा सका था.
  • बता दें कि इन दो दिग्गजों में पहले थे सरदार वल्लभ भाई पटेल.
  • इनका भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आज़ाद कराने में बहुत बड़ा हाथ था.
  • जिसके बाद दूसरा नाम आता है पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी का जो एक बड़े प्रधानमंत्री रहे थे.
  • आपको बता दें कि भारत रत्ना दिए जाने के बाद यह देश के महान व्यक्तित्वों में से एक माने जाते हैं.

अन्य कुछ झलकियाँ :

  • 1674 में आज ही के दिन छत्रपति शिवाजी महाराज की माँ का निधन हो गया था.
  • बता दें कि शिवाजी को एक महान छत्रपति बनाने में जिजाबाई का बहुत बड़ा योगदान था.
  • 1756 में आज ही के दिन सिराज उद दौला ने कलकत्ता पर आक्रमण कर दिया था जिसके बाद इसपर कब्ज़ा कर लिया था.
  • 1824 में आज ही के दिन भारतीय मामलों के ब्यूरो की स्थापना हुई थी.
  • 1917 में आज ही के दिन से महात्मा गांधी और कस्तूरबा अहमदाबाद में साबरमती आश्रम में हृदय कुंज में रहने लगे थे.
  • 1933 में आज ही के दिन सिविल असहमति अभियान समाप्त हो गया था.
  • 1947 में आज ही के दिन संविधान सभा द्वारा बर्मा को गणराज्य के रूप में अपनाया गया था.
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