भारत के इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.

अंतर्राष्ट्रीय योगा दिवस की हुई थी शुरुआत :

  • विश्वभर में मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय योगा दिवस की आज ही के दिन से शुरुआत हुई थी.
  • आज ही के दिन वर्ष 2015 में इस दिवस को मनाने की प्रथा केंद्र सरकार द्वारा की गयी थी.
  • 2015 में केंद्र में बीजेपी की सरकार थी जिसके बाद पीएम मोदी के नेतृत्व में इस दिन की शुरुआत हुई.
  • आपको बता दें कि इस दिन को मनाने का मुख्य कारण भारत को विश्व में अध्यात्मिक देश घोषित करना था.
  • जिसके बाद इस मुहिम के साथ ही विश्व के कई देशों द्वारा इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई.
  • इस दिन लोग अपने घरों से निकल कर योग करने का प्राण लेते हैं,
  • साथ ही स्वस्थ जीवन की ओर एक कदम आगे बढ़ाते हैं.
  • भारत की इस कला से पूरा विश्व प्रभावित हुआ है जिसके बाद इस दिन को विश्व भर में मनाया जाता है.

अन्य कुछ झलकियाँ :

  • 1576 में आज ही के दिन मुगलों ने महाराणा प्रताप सिंह को हल्दीघाटी के युद्ध में हरा दिया था.
  • 1862 में आज ही के दिन लिंकन यूनिवर्सिटी से बैनरी-ऑन-लॉ डिग्री प्राप्त करने वाले गणेंद्र मोहन टैगोर पहली भारतीय थे.
  • 1906 में आज ही के दिन अखिल भारतीय कांग्रेस के पहले राष्ट्रपति व्यामोशचंद्र बनर्जी का निधन हो गया था.
  • 1940 में आज ही के दिन राजनीतिज्ञ और RSS के संस्थापक केशवराव बलराम हेडगेवार का निधन हो गया था.
  • 1941 में आज ही के दिन चक्रवर्ती राजगोपालाचारी भारत के पहले भारतीय गवर्नर जनरल बने.

  • 1991 में आज ही के दिन पी वी नरसिंह राव को भारत के नौवें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई थी.
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